कुमाऊं और गढ़वाल के प्रवेश द्वारा रामनगर के कॉर्बेट पार्क से गुजरने वाली सड़क नेशनल हाईवे 309 पर वन्यजीवों को बचाने की पहल हुई है। अब 2 लेन की जगह बनेगा एलिवेटेड पुल,समाजसेवी की पहल का असर।

विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के रामनगर शहर से होकर गुजरने वाली कुमाऊं और गढ़वाल को जोड़ने वाली सड़क रामनगर से मोहान 22 किलोमीटर तक जल्द ही एलिवेटेड पूल बनाने की कवायद अब तेज हो गई है, इस एलिवेटेड पुल के बनने से जहां वन्यजीव वाहनों की चपेट में आने से बचेंगे। उनके कोरिडोर्स में वाहनों का दखल खत्म होगा क्योंकि बहुत बार हाथी आदि वन्यजीवों के सड़क पार करते वक़्त घन्टों जाम लगता था।
इसके साथ ही वन्यजीवों के वास स्थल भी सुरक्षित रहेगें। गौरतलब है कि समाजसेवी हरीश चंद्र सती की पहल पर कॉर्बेट टाइगर रिजर्व और रामनगर वन प्रभाग के अधिकारी एनएच के साथ मिलकर सर्वे कर रहे हैं। एनएच अधिकारी जल्द ही सर्वे कर प्रस्ताव को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को भेजेंगे, जहां से स्वीकृति मिलने के बाद निर्माण कार्य शुरू होगा। इससे पूर्व रामनगर के आमडंडा क्षेत्र से शंकरपुर मरचुला तक 42 किलोमीटर 2 लेन सड़क के निर्माण को लेकर सर्वे हुआ था, जिसमें केंद्र सरकार द्वारा 2 लेन सड़क निर्माण को लेकर सैद्धांतिक मंजूरी मिली थी, जिसके प्रस्ताव के लिए एनएच को 52 लाख रुपए भी दिए गए। वहीं, एनएच के अफसरों ने कॉर्बेट टाइगर रिजर्व और रामनगर वन प्रभाग के अधिकारियों के साथ आमडंडा से लेकर मोहान तक सर्वे किया था। लेकिन कॉर्बेट टाइगर रिजर्व से वन्यजीवों के कॉरिडोर और वास स्थलों में दखल के चलते मंजूरी नहीं मिल पाई थी। जिसके बाद कॉर्बेट प्रशासन की ओर से एलिवेटेड पुल बनाने पर जोर दिया गया। कॉर्बेट पार्क से लगते क्षेत्र से होकर जाने वाली यह नेशनल हाईवे 309 रामनगर कुमाऊं और गढ़वाल का प्रवेश द्वार कहा जाता है। यहां से गढ़वाल, अल्मोड़ा के सल्ट समेत अन्य पर्वतीय क्षेत्र के वाहन गुजरते हैं।