रुद्रपुर में विधायक आवास घेराव करने के लिए जुटे श्रमिक संगठन के लोगों को पुलिस प्रशासन ने गांधी पार्क में बंद कर दिया। पुलिस प्रशासन की इस हरकत से प्रदर्शनकारी भड़क गए और उनकी अधिकारियों से तीखी बहस हुई। श्रमिकों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। बवाल बढ़ने की आशंका के बीच मौके पर पहुंचे एसडीएम किच्छा कौस्तुभ मिश्र और तहसीलदार दिनेश कुटौला के समझाने पर श्रमिक माने।
सिडकुल में श्रम कानूनों का पालन नहीं करने और श्रमिक नेताओं पर कार्रवाई से नाराज श्रमिक संगठनों ने विधायक शिव अरोरा के आवास का घेराव का एलान किया था। रविवार की सुबह श्रमिक संगठनों के लोग गांधी पार्क में एकत्र होने लगे। प्रदर्शनकारियों की भारी भीड़ जब एकत्र हो गई तो इन लोगों ने करीब 11 बजे विधायक आवास कूच का एलान किया। श्रमिक संगठन के लोग पार्क के गेट पर पहुंचे तो ताला लगा था। पार्क के दूसरे गेट पर भी ताला और भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात देख श्रमिक संगठन आक्रोशित हो गए। श्रमिकों ने अनदेखी का आरोप लगाते हुए पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इस दौरान पुलिस से तीखी बहस भी हुई। करीब एक घंटे तनाव की स्थिति रही।
एक सप्ताह का दिया अल्टीमेटम
एसडीएम किच्छा मौके पर पहुंचे और उन्होंने आश्वासन दिया कि श्रमिक संगठनों की मांगों पर प्रशासन विचार करेगा और उन्हें लागू कराएगा। इस पर श्रमिक शांत हुए। श्रमिक संगठनों ने चेताया है कि एक हफ्ते में अगर मांगें नहीं मानीं गईं तो बड़ा आंदोलन होगा। प्रदर्शन में सिडकुल संयुक्त मोर्चा अध्यक्ष दिनेश तिवारी, कैलाश भट्ट, केके बोरा, मुकुल, दिनेश भट्ट, दलजीत सिंह, हरेंद्र नैथानी आदि शामिल रहे।
विधायक के प्रतिनिधियों को लौटाया
श्रमिक विधायक को मौके पर बुलाने की मांग कर रहे थे लेकिन मौके की नजाकत भांपते हुए शिव अरोरा पार्क नहीं पहुंचे। उन्होंने अपने प्रतिनिधि के रूप में कई लोगों को श्रमिक संगठनों से वार्ता करने भेजा। श्रमिक संगठनों ने विधायक प्रतिनिधि से बात करने से मना कर दिया।
श्रमिक समस्याओं को लेकर मेरे सहित सरकार गंभीर है। प्रशासन के साथ चर्चा कर समस्या के समाधान का पूरा प्रयास किया जाएगा। पहले भी पहल की गई है।
-शिव अरोरा, विधायक रुद्रपुर