विधानसभा में गार्ड के पद पर नौकरी दिलाने से जुड़े धोखाधड़ी के मामले में पुलिस ने वांछित आरोपी विनय भट्ट (36) को गिरफ्तार किया है। देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि विधानसभा सुरक्षा विभाग के निरीक्षक उम्मेद सिंह चौहान की शिकायत पर 24 मार्च 2023 को नेहरू कॉलोनी थाने में मामला दर्ज किया गया था। शिकायत में कहा गया था कि भट्ट ने अपने सहयोगी रविकांत शर्मा के साथ मिलकर गार्ड पद के लिए फर्जी नियुक्ति पत्र दिखाकर सोनल भट्ट को धोखा दिया और उससे छह लाख रुपये हड़प लिए। इस रकम में से ढाई लाख रुपये भट्ट के खाते में और साढ़े तीन लाख रुपये शर्मा के खाते में ट्रांसफर किए गए। पुलिस ने इस मामले में शर्मा को पिछले महीने गिरफ्तार किया था। तब से भट्ट फरार था। पुलिस ने मुखबिरों और सर्विलांस की मदद से उसे ट्रैक किया और मंगलवार देर रात पटेल नगर इलाके से गिरफ्तार कर लिया। सिंह ने बताया कि जांच में पता चला है कि आरोपी और उसके साथियों ने सचिवालय और विधानसभा में नौकरी दिलाने का वादा कर कई लोगों से ठगी की है।
एसएसपी ने बताया कि इस मामले के अलावा उनके खिलाफ चमोली, हरिद्वार और देहरादून समेत विभिन्न जिलों में धोखाधड़ी के छह अन्य मामले दर्ज हैं। उन्होंने बताया कि भट्ट पटेल नगर इलाके का निवासी है और उस पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की कई धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं, जिनमें 420 (धोखाधड़ी), 467 (जालसाजी), 468 (धोखाधड़ी के लिए जालसाजी), 471 (जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल), 504 (जानबूझकर अपमान), 506 (आपराधिक धमकी) और 120 बी (आपराधिक साजिश) शामिल हैं। उन्होंने बताया कि जांच जारी है।