राज्य के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य इस साल के अंत तक अस्पतालों में 100 प्रतिशत संस्थागत प्रसव का लक्ष्य हासिल करना है। यह बात उन्होंने बुधवार को दीन दयाल उपाध्याय जिला अस्पताल में ब्लड बैंक का शिलान्यास करते हुए कही। कार्यक्रम में उन्होंने गांधी शताब्दी अस्पताल में एक मॉडल टीकाकरण केंद्र और जिला अस्पताल में एक आशा केंद्र का भी उद्घाटन किया।
कार्यक्रम में जिलाधिकारी सविन बंसल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) देहरादून डॉ. संजय जैन और अन्य उपस्थित थे।अपने सम्बोधन में रावत ने जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं में वृद्धि तथा अन्य महत्वपूर्ण चिकित्सा सुविधाओं पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि गांधी शताब्दी नेत्र अस्पताल में उन्नत मॉडल टीकाकरण केंद्र अब बच्चों को सप्ताह में सात दिन टीकाकरण की अनुमति देता है, जबकि पहले यह सप्ताह में केवल दो दिन होता था। यह परिवर्तन कामकाजी माता-पिता को किसी भी दिन सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक अपने बच्चों का टीकाकरण कराने में सक्षम बनाता है। उन्होंने कहा कि ब्लड बैंक से जिला अस्पताल में मरीजों के लिए सेवाओं में सुधार होगा।
अन्य स्वास्थ्य पहलों के बारे में रावत ने कहा कि राज्य सरकार ने अब तक स्वास्थ्य विभाग में 8,000 उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र जारी किए हैं। उन्होंने इस तथ्य पर भी प्रकाश डाला कि आशा कार्यकर्ताओं के प्रयासों की बदौलत अस्पतालों में गर्भवती महिलाओं की प्रसव दर अब औसतन 60 प्रतिशत से बढ़कर 93 प्रतिशत तक पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य इस साल अस्पतालों में 100 प्रतिशत प्रसव दर हासिल करना है। रावत ने यह भी बताया कि जल्द ही 100 वार्ड बॉय की नियुक्ति की जायेगी.
उन्होंने घोषणा की कि 108 एम्बुलेंस सेवा के लिए प्रतिक्रिया समय अब 15 मिनट होगा, जिसमें ट्रैकिंग सिस्टम मरीजों और उनके परिचारकों को एम्बुलेंस को ट्रैक करने में सक्षम करेगा। उन्होंने कहा कि मरीजों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 108 एम्बुलेंस में कैमरे लगाए जाएंगे।
इस अवसर पर गांधी शताब्दी नेत्र चिकित्सालय में विशेष नवजात शिशु देखभाल इकाई के लिए कई एम्बुलेंसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।