राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह ने शुक्रवार को श्रीनगर के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 6.35 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित कार्डियक कैथ लैब का उद्घाटन किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि कार्डियक कैथ लैब गढ़वाल के पर्वतीय जिलों में रहने वाले लगभग 20 लाख लोगों और चार धामों और हेमकुंड साहिब जाने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए फायदेमंद होगी।
राज्यपाल ने विश्वास व्यक्त किया कि शीघ्र ही श्रीनगर मेडिकल कॉलेज न केवल क्षेत्रवासियों को अपनी सुविधाओं का लाभ देगा बल्कि उच्च स्तर की उत्कृष्टता भी कायम रखेगा। उन्होंने कहा कि कार्यकुशलता, आपसी सहयोग, कर्तव्य परायणता और विकास करते रहने का संकल्प किसी भी संस्थान की सफलता के मुख्य आधार हैं।
स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेशवासियों को सर्वोत्तम स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि राजकीय मेडिकल कॉलेज, पिथौरागढ एक वर्ष के अन्दर बनकर तैयार हो जायेगा।
रावत ने कहा कि राज्य में सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में प्रतिदिन लगभग 37,000 लोग आते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने ओपीडी पंजीकरण शुल्क 29 रुपये से घटाकर 20 रुपये करने का निर्णय लिया है और एक अस्पताल की पंजीकरण पर्ची दूसरे अस्पतालों में भी मान्य होगी. मंत्री ने कहा कि 15 अगस्त को राज्य में एयर एम्बुलेंस सेवा का उद्घाटन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने सभी मेडिकल कॉलेजों में 100 प्रतिशत फैकल्टी नियुक्त करने का निर्णय लिया है।
गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी ने कहा कि श्रीनगर में कार्डियक कैथ लैब के उद्घाटन से पर्वतीय क्षेत्रों के लोगों को हृदय संबंधी उपचार के लिए बड़े शहरों में नहीं जाना पड़ेगा।
कार्यक्रम में निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ. आशुतोष सयाना, जिलाधिकारी आशीष चौहान, श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत समेत अन्य लोग शामिल हुए।