राज्य के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उत्तराखंड की चैनशील घाटी को हिमाचल प्रदेश से जोड़ने की योजना का प्रस्ताव रखा। उन्होंने बुधवार को हिमाचल प्रदेश के पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह के साथ बैठक के दौरान यह सुझाव दिया। बैठक के दौरान चर्चा मुख्य रूप से हिमाचल को उत्तराखंड की पर्यटन-महत्वपूर्ण चैनशील घाटी और पांवटा राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ने वाली सड़क कनेक्टिविटी के इर्द-गिर्द घूमती रही।
कनेक्टिविटी के संबंध में महाराज ने जोर देते हुए कहा कि उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश की सीमा पर स्थित छांईशील घाटी वर्तमान में उत्तरकाशी, देहरादून और शिमला जिलों के सीमा क्षेत्रों से जुड़ी हुई है।
उन्होंने आगे कहा कि स्थान के बावजूद, पर्यटक उत्तराखंड के बजाय हिमाचल से होकर यात्रा करते हैं। उन्होंने चैनशील घाटी में पर्यटन विकास की महत्वपूर्ण संभावनाओं को रेखांकित किया, खासकर साहसिक पर्यटन के लिए। उन्होंने कहा कि यह घाटी खूबसूरत पहाड़ों, विशाल बुग्यालों, झरनों और दुर्लभ जड़ी-बूटियों के समृद्ध स्रोत को समेटे हुए है।
उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड की 23वीं बैठक बुधवार को कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज की अध्यक्षता में हुई। बैठक के दौरान उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड (समूह ‘ए’ एवं ‘बी’) सेवा नियमावली-2013 में संशोधन का प्रस्ताव पारित किया गया तथा 2024-25 के लिए प्रस्तावित साहसिक पर्यटन के इवेंट कैलेंडर को मंजूरी दी गई। बोर्ड को श्री जागेश्वर धाम, महासू देवता, ओम पर्वत और मुनस्यारी के नियोजित विकास के संबंध में किये जा रहे कार्यों से भी अवगत कराया गया।