चालू वित्त वर्ष में खनन से राजस्व 1,000 करोड़ रुपये के आंकड़े को पार करने की उम्मीद है। खनन विभाग के आंकड़ों से पता चलता है कि उसने दिसंबर 2024 तक 686 करोड़ रुपये का राजस्व एकत्र किया है। यह वित्त वर्ष 2023-24 में विभाग द्वारा अर्जित कुल राजस्व से अधिक है।
आंकड़ों से पता चलता है कि वित्त वर्ष 2019-20 में खनन राजस्व 397 करोड़ रुपये था और वित्त वर्ष 2023-24 में यह बढ़कर 646 करोड़ रुपये हो गया। वर्ष 2022-23 की तुलना में वर्ष 2023-24 में राजस्व 36.86 प्रतिशत बढ़ गया। विभाग को इस साल राजस्व में 50 फीसदी बढ़ोतरी की उम्मीद है.जानकारों का मानना है कि खनन से राजस्व में बढ़ोतरी विभाग की बदली रणनीति के कारण हुई है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आदेश पर विभाग ने एक निजी एजेंसी को निगरानी का जिम्मा सौंपा, जिसके सकारात्मक परिणाम आये हैं. पहले खनन गतिविधियों की निगरानी का काम विभाग के स्तर पर ही किया जाता था.