राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता (एलओपी) यशपाल आर्य ने कहा है कि केंद्रीय बजट 2024-25 में दूरदर्शिता का अभाव है और इसका उद्देश्य मोदी सरकार को बचाना है। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था के सामने कई चुनौतियां हैं और उनके लिए नीतिगत सुधार की जरूरत है. आयरा ने कहा कि आर्थिक सर्वेक्षण में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) को लेकर चिंता जताई गई थी और कहा गया था कि यह कौशल सेट और रोजगार के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रहा है, लेकिन बजट में इसके लिए कोई समाधान पेश नहीं किया गया।
उन्होंने कहा कि चीन से आयात अब तक के उच्चतम स्तर पर है, जिसके कारण देश का एमएसएमई सेक्टर संकट में है, लेकिन बजट में इस दिशा में समाधान खोजने का कोई प्रयास नहीं किया गया।
आर्य ने कहा कि उच्च शिक्षा आम लोगों की पहुंच से बाहर होती जा रही है लेकिन इस मुद्दे के समाधान के लिए कोई प्रावधान नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि दुनिया के 100 सबसे प्रदूषित शहरों में से 83 अब भारत में हैं लेकिन बजट में इसका समाधान ढूंढने का कोई प्रयास नहीं किया गया है.
एलओपी ने कहा कि वित्त मंत्री के बजट भाषण में पिछले बजट में शुरू की गई योजनाओं और योजनाओं की प्रगति का कोई जिक्र नहीं किया गया.