शनिवार को यहां पतंजलि विश्वविद्यालय में चौथी ‘स्वर्ण शलाका’ प्रतियोगिता का उद्घाटन करते हुए विश्वविद्यालय के कुलाधिपति स्वामी रामदेव ने शास्त्रों में निहित परंपराओं को आत्मसात करने पर जोर दिया। प्रतियोगिता विश्वविद्यालय के मानविकी एवं प्राच्य अध्ययन संकाय के अंतर्गत दर्शनशास्त्र एवं संस्कृत विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित की जा रही है। उन्होंने आगे कहा कि योग की मुख्य प्रेरणा शास्त्रों और उनके लेखकों-ऋषियों से मिलती है।
सभा को संबोधित करते हुए, विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि धर्मग्रंथों का पालन करने से अनुयायियों की सुरक्षा और उन्नति सुनिश्चित होगी, उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय सनातन परंपराओं के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। प्रतियोगिता की मुख्य संयोजिका साध्वी देवप्रिया ने बताया कि इसमें 475 विद्यार्थी भाग ले रहे हैं।