उत्तराखंड की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन ने देहरादून निवासी से 84 लाख रुपये की ठगी करने के आरोप में एक आरोपी को उत्तर प्रदेश के कासगंज से गिरफ्तार किया है। एसटीएफ साइबर अपराध पुलिस स्टेशन के पुलिस उपाधीक्षक अंकुश मिश्रा ने कहा कि आरोपी की पहचान कासगंज के रहने वाले दुर्गेश (29) के रूप में हुई है, जिसने कथित तौर पर इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फर्जी विज्ञापनों के जरिए पीड़ितों को लुभाया। उन्होंने बताया कि स्टॉक ट्रेडिंग और आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) में निवेश पर उच्च रिटर्न का वादा करते हुए, अपराधी ने पीड़ितों का विश्वास हासिल किया और उन्हें बड़ी रकम हस्तांतरित करने के लिए राजी किया। पीड़ितों को एनएसई कंपनी के तहत सूचीबद्ध प्रतिष्ठित संस्थाएं बताकर फर्जी वेबसाइटों पर खाते खोलने के लिए कहा गया। इन धोखाधड़ी वाली वेबसाइटों ने नकली मुनाफा प्रदर्शित किया, पीड़ितों को अधिक पैसा निवेश करने के लिए धोखा दिया। मिश्रा ने कहा, इस मामले में, आकर्षक रिटर्न के बहाने पीड़ित से कई खातों में 84.7 लाख रुपये जमा कराए गए।
उन्होंने बताया कि पीड़िता ने अक्टूबर 2024 में शिकायत दर्ज कराई थी जिसके बाद एसटीएफ ने जांच शुरू की और मोबाइल फोन नंबर, व्हाट्सएप चैट, बैंक खाते के विवरण और अन्य डिजिटल सबूतों का विश्लेषण किया। आरोपियों ने पहचान से बचने के लिए फर्जी आईडी का इस्तेमाल किया और बार-बार अपना स्थान बदला। उन्होंने बताया कि व्यापक तकनीकी निगरानी और डेटा विश्लेषण के बाद पुलिस ने दुर्गेश को कासगंज तक ट्रैक किया। उसे अपराध में इस्तेमाल किए गए मोबाइल फोन के साथ गिरफ्तार किया गया, जिसमें धोखाधड़ी वाले बैंक खातों से जुड़े एसएमएस अलर्ट थे। उन्होंने बताया कि जांच जारी है। उन्होंने जनता से त्वरित धन का वादा करने वाले लुभावने प्रस्तावों के प्रति सतर्क रहने का भी आग्रह किया। उन्होंने सभी नागरिकों को उचित सत्यापन के बिना संदिग्ध योजनाओं या प्लेटफार्मों में निवेश से बचने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर अपराध हेल्पलाइन 1930 पर देने की सलाह दी।