उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि कॉलेजों के प्रिंसिपल और शिक्षकों की बायोमेट्रिक उपस्थिति को कोषागार से जोड़ा जाएगा। इसके अलावा 21 नवंबर को उच्च शिक्षा परिषद की बैठक पैठाणी में होगी। इसके अलावा उन्होंने छात्राओं से छेड़छाड़ के मामले में त्वरित एवं सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
रविवार को यहां उच्च शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए रावत ने अधिकारियों को कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में प्राचार्यों और शिक्षण संकाय के साथ-साथ छात्रों की उचित उपस्थिति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। इसके लिए प्रधानाध्यापकों, शिक्षकों एवं अन्य सभी कर्मियों की बायोमीट्रिक उपस्थिति को कोषागार से जोड़ा जाए।
मंत्री ने कहा कि उच्च शिक्षा संस्थान राज्य और देश की प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह कहते हुए कि सभी को छात्रों के हित में अपनी भूमिका निभानी चाहिए, रावत ने कहा कि अनुशासन और पवित्रता बनाए रखना महत्वपूर्ण है, उन्होंने कहा कि इन संस्थानों में शिक्षकों और कर्मियों को अपने आचरण और व्यवहार से छात्रों के लिए एक उदाहरण स्थापित करना चाहिए। इस बात पर जोर देते हुए कि सरकार छात्राओं और महिलाओं की सुरक्षा के प्रति संवेदनशील है, उन्होंने कहा कि यदि कोई भी स्टाफ सदस्य किसी महिला से छेड़छाड़ का दोषी पाया जाता है, तो उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया जाएगा और उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी।
मंत्री ने अधिकारियों को उच्च शिक्षा में गुणवत्ता और उत्थान पर विचार-विमर्श के लिए 21 नवंबर को पथानी में उच्च शिक्षा परिषद की बैठक बुलाने का भी निर्देश दिया। अधिकारियों को यह भी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया कि सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में शैक्षणिक कैलेंडर का पूरी तरह से पालन किया जाए। सभी विश्वविद्यालयों को भी 30 नवंबर तक अपना दीक्षांत समारोह आयोजित करना चाहिए, अपरिहार्य परिस्थितियों में दीक्षांत समारोह को 15 दिसंबर तक के लिए टाला जा सकता है। उच्च शिक्षा निदेशक अंजू अग्रवाल, संयुक्त निदेशक एएस उनियाल, सहायक निदेशक दीपक कुमार पांडे और अन्य अधिकारी मौजूद थे। समीक्षा बैठक में ये भी मौजूद