मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को चंपावत जिले के टनकपुर और बनबसा के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई और स्थलीय निरीक्षण किया.
उन्होंने बाढ़ से प्रभावित लोगों से मुलाकात की और उनकी शिकायतें सुनीं। उन्होंने कुमाऊं कमिश्नर और चंपावत के जिलाधिकारी को जिले में अतिवृष्टि से हुए नुकसान का आकलन करने और प्रभावित परिवारों को मुआवजा देने के निर्देश दिये.
सीएम ने सैलानीगोठ और शारदा घाट इलाकों का दौरा किया जहां उन्होंने जलजमाव से प्रभावित लोगों से बातचीत की और उन्हें आश्वासन दिया कि सरकार उनकी मदद के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण भी किया और फिर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये. उन्होंने अधिकारियों को जलजमाव वाले इलाकों से पानी निकालने की तत्काल व्यवस्था करने का निर्देश दिया.
सीएम ने एनएचपीसी के अधिकारियों को अलर्ट जारी करने के बाद ही नदी में पानी छोड़ने का भी निर्देश दिया.
धामी ने आश्वासन दिया कि टनकपुर और बनबसा में जलभराव की समस्या के स्थायी समाधान के लिए बजट उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने किरोड़ा नाले के डायवर्जन के लिए सिंचाई विभाग को व्यापक कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए, ताकि नाले का पानी आबादी क्षेत्रों में न जाए।
उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को सड़कों से मलबा व बोल्डर हटाने के निर्देश दिये।
चंपावत के डीएम नवनीत पांडे ने सीएम को बताया कि जिले में भारी बारिश के कारण एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि दो इमारतें पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं। बारिश के कारण आई आपदा से जिले में 42 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि 17 गायें और 43 बकरियां मर गईं। डीएम ने आगे बताया कि टनकपुर और बनबसा क्षेत्र में जलभराव से प्रभावित परिवारों को राहत शिविरों और अन्य स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है।