खटीमा, 01 सितंबर 2025: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को खटीमा गोलीकांड के शहीद राज्य आंदोलनकारियों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य के निर्माण में इन शहीदों का बलिदान अविस्मरणीय है और प्रदेशवासी उनके योगदान को हमेशा याद रखेंगे। इस अवसर पर सीएम धामी ने हेमवती नंदन बहुगुणा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, खटीमा में ‘साथी केंद्र’ का उद्घाटन भी किया।
मुख्यमंत्री ने कहा, “खटीमा गोलीकांड के शहीदों ने उत्तराखंड के अलग राज्य के सपने को साकार करने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। उनका बलिदान हमें हमेशा प्रेरित करता रहेगा।” उन्होंने साथी केंद्र के उद्घाटन को शिक्षा और सामुदायिक विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया, जो स्थानीय युवाओं को बेहतर अवसर प्रदान करेगा।
खटीमा गोलीकांड का ऐतिहासिक महत्व
खटीमा गोलीकांड 1 सितंबर 1994 को हुआ था, जब उत्तराखंड राज्य की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी हुई थी। इस घटना में कई आंदोलनकारी शहीद हो गए थे, जिसने राज्य आंदोलन को और तेज कर दिया। इस दिन को हर साल शहीदों की याद में मनाया जाता है।
साथी केंद्र: शिक्षा और विकास का नया आयाम
हेमवती नंदन बहुगुणा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में स्थापित साथी केंद्र का उद्देश्य छात्रों और स्थानीय समुदाय को शैक्षिक और सामाजिक संसाधन उपलब्ध कराना है। यह केंद्र डिजिटल शिक्षा, कौशल विकास, और सामुदायिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया है। सीएम धामी ने इसे युवाओं के सशक्तिकरण और क्षेत्र के समग्र विकास के लिए एक महत्वपूर्ण पहल बताया।