उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में नदी-नालों के उफान और भूस्खलन के कारण मृतकों की संख्या 30 तक पहुंच गई है। सोमवार रात हुई भीषण आपदा के बाद लापता हुए तीन और लोगों के शव बरामद किए गए हैं। कार्लीगाड में बाढ़ के मलबे से एक व्यक्ति का शव मिला, जिसकी पहचान झारखंड निवासी वीरेंद्र उरांव के रूप में हुई है। अभी भी पांच लोग लापता हैं, जिनकी तलाश में बचाव कार्य जोर-शोर से चल रहे हैं।
प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य
कार्लीगाड, मसंदावाला/बिलासपुर कंडाली, और छमरौली/फुलेत जैसे क्षेत्रों में बादल फटने और भूस्खलन के बाद 13 लोग लापता हो गए थे, जिनमें से छह की तलाश अब भी जारी है। जिला प्रशासन, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF), और अन्य टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। जिलाधिकारी सविन बंसल ने फुलेत गांव का दौरा कर प्रभावित परिवारों से मुलाकात की और राहत सामग्री वितरण के निर्देश दिए। शुक्रवार को मौसम साफ होने से बचाव कार्यों में तेजी आई।
बुनियादी ढांचे पर असर
प्रेमनगर में नंदा की चौकी के पास एक पुल का हिस्सा टूटने से आवाजाही ठप हो गई थी। प्रशासन ने अस्थाई समाधान के तौर पर नदी में ह्यूम पाइप डालकर वैकल्पिक रास्ता तैयार किया है, ताकि नए पुल के निर्माण तक वाहनों की आवाजाही सुचारू रहे।
मौसम विभाग की चेतावनी और राहत की उम्मीद
मौसम विज्ञान केंद्र ने शनिवार से भारी बारिश में कमी की संभावना जताई है। ज्यादातर क्षेत्रों में आंशिक बादल छाए रहने और हल्की धूप की उम्मीद है। हालांकि, गढ़वाल मंडल के देहरादून, टिहरी, पौड़ी, हरिद्वार और कुमाऊं मंडल के सभी जनपदों में कहीं-कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली और तीव्र बारिश की संभावना को देखते हुए यलो अलर्ट जारी किया गया है। रविवार और सोमवार को मौसम और राहत दे सकता है।
मुख्य जानकारी:
विवरण | जानकारी |
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स्थान | देहरादून (कार्लीगाड, मसंदावाला/बिलासपुर कंडाली, छमरौली/फुलेत) |
घटना | बादल फटना, भूस्खलन, नदी-नालों में उफान |
मृतक | 30 (तीन नए शव बरामद, एक की पहचान वीरेंद्र उरांव के रूप में) |
लापता | 5 (खोजबीन जारी) |
बचाव कार्य | SDRF और प्रशासन द्वारा राहत और बचाव कार्य तेज |
मौसम अलर्ट | यलो अलर्ट, शनिवार से बारिश में राहत की उम्मीद |
बुनियादी ढांचा | प्रेमनगर में टूटा पुल, अस्थाई रास्ता निर्माणाधीन |
प्रशासन की अपील
जिलाधिकारी ने लोगों से सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है। प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री का वितरण जारी है, और प्रशासन स्थिति पर नजर रखे हुए है। मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए स्थानीय निवासियों से नदी-नालों और पहाड़ी क्षेत्रों से दूर रहने को कहा गया है।