हल्द्वानी के काठगोदाम रेलवे स्टेशन के पास में ही स्थित है श्री बालाजी महाराज जी का दरबार, जहां भक्त अपनी विभिन्न परेशानियां से मुक्ति के लिए बाबा के पास बड़ी दूर-दूर से आते हैं और उनके परेशानियों से मुक्ति दिलाने में श्री बालाजी महाराज की कृपा से लोगों के काम बनते हैं।
लोग अपनी परेशानियों के निराकरण, दर्शन और अपनी श्रद्धा के अनुसार मंदिर में दरबार में आते रहते हैं, भजन- कीर्तन करते हैं एवं भंडारा अपनी श्रद्धा-भक्ति अनुसार या कार्य विशेष बनने पर करवाते रहते हैं।
सभी कष्टों का बताते हैं समाधान:
श्री बालाजी दरबार में लोगों की अलग-अलग तरह की परेशानियों का सामना कर रहे लोग, जिससे लोग भौतिक जगत में कई बार वाकिफ भी नहीं होते, उन छुपी हुई परेशानियों को गुरु जी द्वारा बताया जाता है और उनके समाधान का उपाय भी दिव्य दरबार में बताया जाता है।
चुकीं, भौतिक जगत में अलग-अलग तरह के प्रपंच, जादू-टोना या पुरानी रंजिश एवं अनेकों तरह के क्रियाकलाप लोग करते रहते हैं, उन समस्याओं का समाधान भी गुरु जी द्वारा बताया जाता है और कभी गंभीर रोगियों की परेशानियां, उनके दुख कष्ट बीमारियां का भी उपाय गुरुजी बाबा की शक्ति द्वारा बताते हैं ।
अर्जी के माध्यम से होता है चयन और सभी प्रश्नों का देते हैं जवाब :
गुरुजी दरबार में श्री बागेश्वर धाम जी की ही तरह अर्जी के माध्यम से लोगों के प्रश्नों का निवारण करते हैं, वह भक्त को देखकर ही उसकी परेशानियां बता देते हैं और भक्त के दरबार में आने का कारण भी देखकर ही बता देते हैं।
भक्त अपनी परेशानियों के अनुरूप गुरुजी से प्रश्न कर सकते हैं और गुरुजी द्वारा उनका समाधान के उपाय बताए जाते हैं।
हर मंगलवार को लगता है दिव्य दरबार:
यहां हर महीने पूर्णमासी को विशाल भंडारा भी आयोजन होता है और समय-समय पर लोग अपनी श्रद्धा अनुसार श्री बालाजी धाम के नाम पर भंडारे यानी भजन कार्यक्रम आयोजित करते रहते हैं।
गुरुजी का वास्तविक नाम श्री विजय दत्त गौड़ है तथा पिछले 18 वर्षों से इसी दरबार से लोगों के,आमजनों के जीवन से कष्टों के निवारण हेतु भक्तों की सेवा में पूरी तत्परता से सुबह से रात तक बिना भोजन ग्रहण किये आम लोगों की परेशानियों का निराकरण करते हैं।
गुरुजी बताते हैं कि दरबार में भूत-प्रेत से संबंधित समस्याओं का भी निराकरण होता है, इसके साथ ही दरबार में प्लेंस के लोग, बाहरी प्रदेशों के एवं पहाड़ के लोगों के साथ ही सभी धर्मों के लोग फिर चाहे वो हिंदू हो या मुसलमान या सिख, अपनी समस्याएं लेकर बड़ी संख्या में पहुचते हैं और बालाजी धाम में आस्था रखते हैं।
जिसे भी श्री बालाजी धाम में आस्था है, उन्हें दरबार में एक बार जरूर अपनी परेशानी लेकर या अपनी आस्था के अनुरूप दिव्य दरबार विशेष के दर्शन अवश्य ही करने चाहिए।