मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य सरकार खेलों में प्रतिभाओं को सशक्त मंच प्रदान करने तथा जीवंत खेल संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह बात चंपावत जिले के विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित बाल संवाद कार्यक्रम में कही। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यालयों में खेल गतिविधियों की प्रगति की जानकारी जुटाना तथा युवा खिलाड़ियों की आवश्यकताओं एवं सुझावों पर चर्चा करना था। मुख्यमंत्री ने राजकीय इंटर कॉलेज चंपावत के गौरव, जीआईसी पाटी की प्रीति, जीआईसी टनकपुर की कंचन, जीआईसी चौमेल के सागर तथा जीआईसी चंपावत की मोनिका से बातचीत कर उनकी खेल सुविधाओं, संसाधनों एवं प्रशिक्षण के बारे में जानकारी ली।
कार्यक्रम के दौरान धामी ने पढ़ाई के साथ-साथ खेलों को भी समान महत्व दिए जाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड न केवल देवभूमि के रूप में जाना जाता है, बल्कि खेलभूमि के रूप में भी उभर रहा है। उन्होंने युवाओं को अमृत काल का सारथी बताते हुए अनुशासन, समय प्रबंधन और कड़ी मेहनत के महत्व पर प्रकाश डाला।
सीएम ने कहा कि राज्य सरकार खेल प्रतिभाओं को एक मजबूत मंच प्रदान करने और खेल संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने राज्य की खेल नीति और मुख्यमंत्री उद्यमी खिलाड़ी योजना जैसी पहलों को युवाओं के समग्र विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया।
इसके अलावा, छात्रों ने सीएम का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वे नियमित रूप से मुख्यमंत्री उद्यमी खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना का लाभ उठा रहे हैं, जो उनके खेल कौशल को बढ़ाने में सहायक है।