प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के रजत जयंती समारोह में राज्य की 25 वर्षों की विकास यात्रा को ‘अद्भुत प्रगति’ करार देते हुए भविष्य की नई ऊंचाइयों को छूने का आह्वान किया।
बजट में 25 गुना वृद्धि
- 2000 में: मात्र 4,000 करोड़ रुपये
- 2025 में: 1 लाख करोड़ से अधिक
- पहले केंद्र पर निर्भरता, अब स्वावलंबन की दिशा में अग्रसर
भविष्य की खेती: नया फोकस
प्रधानमंत्री ने पर्वतीय क्षेत्रों में भविष्य की फसलों पर जोर दिया: 🌱 ब्लूबेरी, कीवी, हर्बल और मेडिसिनल प्लांट्स 🍎 फल उत्पादन में उल्लेखनीय प्रगति 🏔️ हार्टीकल्चर सेक्टर को मजबूत करने की सलाह
पर्यटन: 12 महीने का मौसम
- आदि कैलाश यात्रा:
- पहले: <2,000 यात्री/वर्ष
- अब: 30,000+ यात्री
- 14,000 फीट पर हाई एल्टीट्यूड अल्ट्रा मैराथन
- वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम: सीमांत गांवों को पर्यटन हब बनाने का निर्देश
वैलनेस टूरिज्म: योग + आयुर्वेद + होम स्टे
- उत्तराखंड के ध्यान, आश्रम और योग केंद्रों को लोकल नेटवर्क से जोड़ें
- हर विधानसभा में:
- योग केंद्र
- नेचुरोपैथी संस्थान
- होम स्टे पैकेज
- जड़ी-बूटियों और आयुर्वेदिक औषधियों की बढ़ती मांग का लाभ उठाएं
एमएसएमई को सशक्त करें
- फूड प्रोसेसिंग
- हस्तशिल्प
- ऑर्गेनिक प्रोडक्ट्स
“स्थानीय उत्पादों को वैश्विक बाजार तक पहुंचाएं”
कनेक्टिविटी में क्रांति
- सड़क नेटवर्क विस्तार
- बिजली उत्पादन में वृद्धि
- वैक्सीन कवरेज में सुधार
“अब 12 महीने टूरिज्म की ओर बढ़ें”
प्रधानमंत्री का संदेश:
“उत्तराखंड की छिपी संभावनाओं को पहचानें, नए विकल्प अपनाएं और आत्मनिर्भरता की नई मिसाल कायम करें।”
