यूपीसीएल प्रबंधन का कहना है कि इस सप्ताह मौसम खुला रहने पर बिजली की मांग 5.5 करोड़ यूनिट तक पहुंच सकती है। ऐसे में कटौती का ग्राफ बढ़ सकता है। दो दिन की राहत के बाद प्रदेश के कुछ हिस्सों में फिर से बिजली कटौती शुरू हो गई है। हालांकि, यूपीसीएल प्रबंधन ने शेड्यूल रोस्टिंग से इन्कार किया है। प्रदेश में मौसम का मिजाज बदलने के बाद दो दिन तक बिजली की मांग कम होने की वजह से कटौती न के बराबर हुई, लेकिन सोमवार को फिर मौसम खुलने से मांग बढ़नी शुरू हो गई।
मांग का आंकड़ा 5.3 करोड़ यूनिट से पांच करोड़ यूनिट तक पहुंचने के बाद फिर 5.2 करोड़ यूनिट तक पहुंच गया है। इसके सापेक्ष उपलब्धता 3.8 से 3.9 करोड़ यूनिट है। इसके चलते सोमवार को भी ग्रामीण क्षेत्रों में अघोषित विद्युत कटौती की गई।
कहीं एक घंटा तो कहीं दो घंटे की भी बिजली कटौती हुई। हालांकि, यूपीसीएल प्रबंधन का कहना है कि अभी मांग के सापेक्ष विद्युत आपूर्ति होने की वजह से कटौती की नौबत नहीं है। कहीं भी शेड्यूल रोस्टिंग नहीं हो रही है, लेकिन माना जा रहा कि इस सप्ताह मौसम खुला रहने पर बिजली की मांग 5.5 करोड़ यूनिट तक पहुंच सकती है। ऐसे में कटौती का ग्राफ बढ़ सकता है।
यूपीसीएल का मोबाइल ऐप ठप
यूपीसीएल ने उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए जो मोबाइल एप लॉन्च किया था, वह पिछले कई दिनों से ठप है। उपभोक्ताओं को उस पर न तो अपने बिजली बिल की जानकारी मिल पा रही है और न ही वह अपनी शिकायत दर्ज करा पा रहे हैं। यूपीसीएल प्रबंधन का कहना है कि कई बार सर्वर डाउन होने की वजह से हो सकता है।