देहरादून पुलिस ने रविवार को सीबीएसई द्वारा आयोजित नवोदय विद्यालय समिति/लैब अटेंडेंट भर्ती परीक्षा के दौरान बड़े पैमाने पर नकल कराने वाले अंतरराज्यीय नकल गिरोह के दो प्रमुख सदस्यों को सोमवार को गिरफ्तार किया। आरोपियों ने अभ्यर्थियों को सात-सात लाख रुपये के बदले सफलता दिलाने का वादा किया था और प्रत्येक अभ्यर्थी से एक लाख रुपये एडवांस में वसूले गए थे। पुलिस ने रविवार को दोनों परीक्षा पालियों में दो परीक्षा केंद्रों, पटेल नगर के सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल और डालनवाला के दून इंटरनेशनल स्कूल में छापेमारी की। पटेलनगर केंद्र पर पुलिस ने आठ अभ्यर्थियों को पकड़ा, जिन्होंने कथित तौर पर अपने जूतों सहित इलेक्ट्रॉनिक उपकरण छिपा रखे थे। डालनवाला केंद्र पर नौ और अभ्यर्थियों को इसी तरह के उपकरणों के साथ पकड़ा गया। गिरफ्तार किए गए सभी अभ्यर्थी उत्तर प्रदेश और हरियाणा के हैं, सिवाय दो के जो आंध्र प्रदेश के हैं।
पूछताछ करने पर आरोपियों ने खुलासा किया कि ये डिवाइस हरियाणा के जींद निवासी विवेक सिंह और हरियाणा के रोहतक निवासी श्रीकांत ने मुहैया कराए थे, जो धोखाधड़ी का नेटवर्क चला रहे थे। सिंह ने बताया कि पुलिस टीमों ने सोमवार को डालनवाला इलाके से दोनों आरोपियों को ट्रैक कर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उनके कब्जे से ऑपरेशन में इस्तेमाल किए गए पांच मोबाइल फोन और एक सफेद रंग की स्विफ्ट कार (एचआर-31-एस-8759) बरामद की है। एसएसपी ने बताया कि रविवार को पकड़े गए 17 अभ्यर्थियों समेत सभी 20 गिरफ्तार लोगों को अदालत के आदेश के बाद सुद्धोवाला जिला जेल में न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि पुलिस अब इस संगठित धोखाधड़ी रैकेट की पूरी हद को उजागर करने के लिए अन्य राज्य पुलिस बलों के साथ समन्वय कर रही है।