नैनीताल में शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 22 से 26 दिसंबर तक विंटर कार्निवल का आयोजन किया जा रहा है। पांच दिवसीय इस आयोजन से शहर में पर्यटन गतिविधियों को गति मिलेगी और पर्यटकों के साथ-साथ स्थानीय लोगों के लिए भी उत्सव का माहौल बनेगा।
जिला प्रशासन ने दिसंबर से आगामी मार्च तक शीतकालीन पर्यटन सीजन को सक्रिय रखने के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की है। इसी कड़ी में विंटर कार्निवल के दौरान कई सांस्कृतिक, साहसिक और पर्यटन आधारित कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता में अपर जिलाधिकारी विवेक राय ने बताया कि सरकार और मुख्यमंत्री का विजन है कि प्रदेश में वर्षभर पर्यटन गतिविधियां संचालित होती रहें। शीतकाल में पर्यटकों की संख्या अपेक्षाकृत कम रहने के कारण जिला प्रशासन ने पर्यटन विभाग के साथ मिलकर माहवार कार्यक्रमों की योजना बनाई है।
उन्होंने बताया कि यातायात व्यवस्था को सुचारु रखने के साथ ही पर्यटन कारोबारियों से संवाद कर होटल, होम स्टे और पर्यटन पैकेज में विशेष छूट दी जाएगी, ताकि अधिक से अधिक पर्यटक नैनीताल और आसपास के क्षेत्रों की ओर आकर्षित हों।
अलग-अलग गतिविधियों से बढ़ेगा पर्यटन
एडीएम विवेक राय ने बताया कि जनवरी में रामगढ़ और मुक्तेश्वर क्षेत्र में एस्ट्रो टूरिज्म इवेंट आयोजित किया जाएगा। फरवरी में तुमड़िया डाम और रामनगर क्षेत्र में बर्ड वाचिंग कार्यक्रम होंगे। इसके अलावा भीमताल और कोटाबाग में पैराग्लाइडिंग प्रतियोगिता आयोजित करने की योजना है, जिसमें पैराग्लाइडिंग संचालकों से समन्वय कर पर्यटकों को विशेष रियायतें दी जाएंगी।
फरवरी के बाद पहाड़ी क्षेत्रों में फल पट्टी और फूलों की बहार को देखते हुए फ्लावरिंग फेस्टिवल आयोजित करने की भी योजना है, जिससे प्रकृति प्रेमी पर्यटकों को आकर्षित किया जा सके।
पांच दिवसीय होगा विंटर कार्निवल
एडीएम ने बताया कि इस वर्ष विंटर कार्निवल पांच दिनों का होगा। इसमें तीन दिन मंचीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए और दो दिन साहसिक गतिविधियों के लिए निर्धारित किए गए हैं।
22 दिसंबर को नैनीताल से कैंची धाम तक ट्रेकिंग कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। 23 से 25 दिसंबर तक सांस्कृतिक मंच कार्यक्रम होंगे, जिनमें उत्तराखंड की लोक संस्कृति, लोकनृत्य और लोकगीतों की प्रस्तुति दी जाएगी। 26 दिसंबर को फूड फेस्टिवल का आयोजन किया जाएगा, जिसमें स्थानीय व्यंजनों की खास झलक देखने को मिलेगी।
इसके साथ ही नैनी झील में सेलिंग रिगाटा का आयोजन भी किया जाएगा। प्रशासन द्वारा लोक कलाकारों से संपर्क किया जा रहा है ताकि मंच कार्यक्रमों के माध्यम से उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत को प्रमुखता से प्रस्तुत किया जा सके।
इस आयोजन से न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि स्थानीय व्यापार, होटल व्यवसाय और रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि होने की उम्मीद जताई जा रही है। इस दौरान एसडीएम नवाजिश खलीक और जिला पर्यटन अधिकारी अतुल भंडारी भी उपस्थित रहे।
