केदारनाथ विधायक आशा नौटियाल ने कहा कि जनता की राय के आधार पर वह केदारनाथ यात्रा पर गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने का समर्थन करती हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में रुद्रप्रयाग जिले के प्रभारी मंत्री सौरभ बहुगुणा ने स्थानीय लोगों और विभिन्न हितधारकों के साथ बैठक की थी। बैठक में सभी ने जो मुख्य मुद्दा उठाया, वह यह था कि केदारनाथ आने वाले गैर-हिंदू मांस और मदिरा के सेवन जैसी आपत्तिजनक गतिविधियों में लिप्त होते हैं। हम नहीं चाहते कि ऐसे तत्व हमारे तीर्थ स्थलों की पवित्रता को नुकसान पहुंचाने के लिए ऐसे पवित्र स्थानों पर आएं। ऐसे तत्वों के प्रवेश पर रोक लगाना मंदिर के आसपास की आध्यात्मिक और धार्मिक शुद्धता को बनाए रखने के व्यापक उद्देश्य से मेल खाता है। नौटियाल ने दावा किया कि वह इस संबंध में जल्द ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से संपर्क करेंगी। भाजपा की प्रदेश प्रवक्ता मधु भट्ट ने भी नौटियाल के इस रुख का समर्थन किया कि गैर-हिंदुओं के केदारनाथ आने पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि केदारनाथ एक धार्मिक स्थल है और किसी भी नागरिक के वहां जाने पर कोई प्रतिबंध नहीं है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि चूंकि कुछ लोग इसकी छवि को खराब कर रहे हैं, इसलिए उनके प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने में कोई बुराई नहीं है। यहां यह बताना उचित होगा कि चार धाम यात्रा 30 अप्रैल से शुरू होने वाली है और केदारनाथ के कपाट 2 मई को फिर से खुलेंगे।