उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर जिले के बाजपुर क्षेत्र में स्थित एक निजी स्कूल के प्रधानाचार्य के खिलाफ पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है। आरोप है कि विद्यालय में पढ़ने वाले हिंदू छात्रों को भी इस्लामिक शिक्षा दी जा रही थी। एक अभिभावक की शिकायत के बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। घटना के सामने आने के बाद क्षेत्र में चर्चाओं का दौर तेज हो गया है।
जानकारी के अनुसार, ग्राम रामजीवनपुर निवासी लक्ष्मण सिंह पुत्र भूप सिंह ने पुलिस को दी गई लिखित तहरीर में आरोप लगाया कि सुल्तानपुरपट्टी के मोहल्ला आदर्शनगर स्थित आदर्श जनता मोंटेसरी स्कूल में बीते कई वर्षों से इस्लामिक शिक्षा के तहत कलमा आदि पढ़ाया जा रहा है। शिकायतकर्ता के अनुसार विद्यालय में करीब 100 हिंदू और 80 मुस्लिम छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं, लेकिन धार्मिक शिक्षा सभी बच्चों को एक समान रूप से दी जा रही थी।
तहरीर में यह भी उल्लेख किया गया है कि विद्यालय में चार हिंदू शिक्षिकाएं तथा अन्य मुस्लिम शिक्षिकाएं कार्यरत हैं, जबकि विद्यालय के संचालक व प्रधानाचार्य गिरीश सैनी सहित अन्य शिक्षकों पर आरोप है कि वे कथित रूप से इस्लामिक मानसिकता के तहत सभी छात्र-छात्राओं को धार्मिक पाठ पढ़ा रहे थे। शिकायतकर्ता का कहना है कि इससे बच्चों को उनकी वास्तविक शिक्षा से भटकाया जा रहा था और उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई।
अभिभावक ने यह भी आरोप लगाया कि विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को उनकी धार्मिक आस्था के विपरीत शिक्षा दी जा रही थी, जिससे अभिभावकों में भारी रोष है। मामले को लेकर अन्य अभिभावकों में भी नाराजगी देखी जा रही है।
वहीं पुलिस ने अभिभावक की शिकायत के आधार पर विद्यालय प्रधानाचार्य गिरीश सैनी सहित अन्य के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है और जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इस पूरे मामले के उजागर होने के बाद क्षेत्र में यह विषय चर्चा का केंद्र बना हुआ है और लोग शिक्षा संस्थानों में दी जा रही शिक्षा को लेकर सवाल उठा रहे हैं।
