कारोबारी अंकित चौहान की हत्या के मामले में जेल में बंद मुख्य आरोपित माही उर्फ डॉली को एक साल बाद जमानत मिलने पर रिहा कर दिया है। मामले से जुड़े अन्य आरोपित फिलहाल हल्द्वानी और नैनीताल जेल में बंद है। अंकित चौहान का शव पिछले साल जुलाई को बरेली रोड पर उसकी कार के अंदर ही मिला था। कोबरा के डसने से हुई थी कारोबारी अंकित की मौत,एक साल बाद माही को जमानत, अन्य आरोपित जेल में ही
कारोबारी अंकित चौहान की हत्या के मामले में जेल में बंद मुख्य आरोपित माही उर्फ डॉली को एक साल बाद जमानत मिलने पर रिहा कर दिया है। यह हत्याकांड खासा सुर्खियों में रहा था। हत्या कोबरा से डसवा कर की गई थी।
वहीं, मामले से जुड़े अन्य आरोपित फिलहाल हल्द्वानी और नैनीताल जेल में बंद है। रामपुर रोड निवासी अंकित चौहान का शव पिछले साल जुलाई को बरेली रोड पर उसकी कार के अंदर ही मिला था। शुरुआत में पुलिस घटना को हादसा मान रही थी। लेकिन पोस्टमार्टम के दौरान पता चला कि मृतक के दोनों पैरों में सांप के डसने के निशान हैं।
कोबरा के जहर से अंकित की मौत
पीएम रिपोर्ट से साफ हो गया कि कोबरा के जहर से अंकित की मौत हो गई। इसके बाद पुलिस ने उसकी प्रेमिका माही, माही की नौकरानी ऊषा, नौकरानी के पति राम अवतार, सपेरे रमेशनाथ और दीप कांडपाल नाम के युवक को गिरफ्तार कर घटना का पर्दाफाश किया था।
पुलिस का कहना था कि इन चारों ने मिलकर सुनियोजित तरीके से अंकित को कोबरा से डसवाया। उसके बाद शव को कार में पीछे की सीट पर रख बरेली रोड पर छोड़ दिया। उसके बाद से सभी लोग जेल में बंद थे। वहीं जेलर प्रमोद पांडे ने बताया कि हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद दो अगस्त को माही को हल्द्वानी जेल से रिहा कर दिया गया।