मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मानसून को देखते हुए सभी सरकारी अधिकारियों को अगले दो महीने तक 24 घंटे अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। अधिकारी नियमित रूप से मैदान पर रहें और मानसून के दौरान आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें। धामी ने रविवार को यहां राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) में राज्य के विभिन्न हिस्सों में बारिश के विवरण की समीक्षा करते हुए यह बात कही।
सीएम ने चार धाम यात्रा पर जाने वाले सभी लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए संबंधित जिलाधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी किए। उन्होंने कहा कि तीर्थयात्रियों की अन्य बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के साथ-साथ भोजन, दवाइयां और बच्चों के लिए दूध उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक व्यवस्था की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि बहुत भारी बारिश की संभावना को देखते हुए यात्रा को 24 घंटे के लिए स्थगित कर दिया गया है। धामी ने सभी जिलाधिकारियों को नदियों और पर्वतीय नालों के पास संवेदनशील स्थलों पर रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने के निर्देश दिए। यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि लोग सुरक्षित स्थलों पर हों, जहां निर्माण कार्य चल रहे हैं।
उन्होंने अधिकारियों को उत्तरकाशी जिले की बड़कोट तहसील में भूस्खलन के बाद खोज और बचाव अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिए। भूस्खलन में दो मजदूरों की मौत हो गई थी और सात लापता बताए गए थे। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि रुद्रप्रयाग जिले में हाल ही में हुए सड़क हादसे के बाद लापता लोगों की तलाश में भी तेजी लाई जाए। धामी ने सभी डीएम को जिलों में गर्भवती महिलाओं का डेटाबेस तैयार करने के निर्देश दिए। सितंबर तक प्रसव कराने वाली महिलाओं की स्थिति पर नियमित अपडेट लिया जाना चाहिए। सीएम ने जोर दिया कि गर्भवती महिलाओं को प्रसव के लिए अस्पताल पहुंचाने के लिए आवश्यक व्यवस्था की जानी चाहिए। धामी ने डीएम से बारिश की स्थिति, सड़कों की स्थिति और अन्य बुनियादी सुविधाओं के बारे में भी जानकारी ली। बारिश के कारण बंद सड़कों को खोलने की व्यवस्था की जानी चाहिए, जबकि संवेदनशील स्थानों पर यांत्रिक उत्खनन और अन्य आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जानी चाहिए। सीएम द्वारा की गई समीक्षा के दौरान प्रशासन और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।