रसगड़ी-हिनकोट-सांवलीसेरा सीट से एक अत्यंत समर्पित, प्रेरणादायक, और असाधारण नेता कमला पाल जी ने क्षेत्र पंचायत सदस्य (बीडीसी सदस्य) पद के लिए अपनी उम्मीदवारी की है, जिसका पूरे क्षेत्र में उत्साहपूर्ण स्वागत और व्यापक समर्थन देखने को मिल रहा है। अस्कोट की इस सपूत बेटी, जो एक उच्च शिक्षित महिला हैं और जमीनी स्तर पर सभी वर्गों के लोगों के साथ गहरे जुड़ाव रखती हैं, ने अपने निस्वार्थ सेवा भाव, दृढ़ संकल्प, और दूरदर्शिता के बल पर समाज के उत्थान के लिए एक नई मिसाल कायम की है।
उनके साथ उनके पति तरुण पाल, जो अस्कोट के प्रसिद्ध और सम्मानित समाजसेवी के रूप में जाने जाते हैं, ने क्षेत्र के कल्याण और विकास के लिए अविश्वसनीय योगदान दिया है, जिससे यह जोड़ी क्षेत्र के लिए एक प्रकाशस्तंभ बन गई है।
कमला पाल जी, जो अपनी उच्च शिक्षा और बौद्धिक गहराई के साथ-साथ ग्रामीण जीवन की जटिलताओं को समझने की अनोखी क्षमता के लिए जानी जाती हैं। एक समर्पित महिला के रूप में, उन्होंने शिक्षा के प्रसार, स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार, और ग्रामीण विकास जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर अथक परिश्रम किया है। उनकी योग्यता उन्हें नीति निर्माण और समुदाय के लिए प्रभावी समाधान खोजने में सक्षम बनाती है, जबकि उनका जमीनी जुड़ाव उन्हें हर गाँव, हर घर, और हर व्यक्ति की आवाज सुनने की अनुमति देता है। उनकी विनम्रता, ईमानदारी, और हर आयु वर्ग, लिंग, या पृष्ठभूमि के व्यक्ति के साथ गहरा रिश्ता उन्हें क्षेत्र की सबसे प्रिय और विश्वसनीय हस्तियों में से एक बनाता है।
दूसरी ओर, तरुण पाल अपने अथक समाजसेवी कार्यों के लिए अस्कोट में एक जाना-पहचाना नाम हैं। उन्होंने गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए अभियान चलाया, जरूरतमंद परिवारों को सहायता प्रदान की, और समुदाय को एकजुट करने के लिए कई कार्यक्रमों का आयोजन किया है। उनका निस्वार्थ योगदान और क्षेत्र के हर कोने तक पहुँचने की उनकी क्षमता ने उन्हें एक सम्मानित समाजसेवी के रूप में स्थापित किया है। कमला जी और तरुण जी की यह जोड़ी मिलकर एक ऐसी ताकत बन गई है, जो अस्कोट के विकास को नई दिशा देने के लिए कटिबद्ध है।
अस्कोट के निवासी इस समर्पित और प्रभावशाली जोड़ी को गर्व और आशा के साथ देख रहे हैं। कमला जी की उच्च शिक्षा और जमीनी समझ उन्हें ग्रामीणों की मूलभूत समस्याओं—चाहे वह सड़क, पानी, या स्वास्थ्य सेवाएँ हों—को हल करने में सक्षम बनाती है, जबकि तरुण जी का समाजसेवी अनुभव उनकी पत्नी के नेतृत्व को और मजबूती प्रदान करता है। युवाओं के लिए वे दोनों एक प्रेरणा हैं, जो दिखाते हैं कि शिक्षा, लगन, और सामुदायिक जुड़ाव से कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है। बुजुर्ग उनकी समझदारी, विनम्रता, और सेवा भावना की प्रशंसा करते हैं, जबकि महिलाएँ कमला जी को एक ऐसी नेता के रूप में देखती हैं जो उनकी आवाज को मंच प्रदान कर सकती है।
क्षेत्र के लोग कमला पाल जी की उम्मीदवारी को एक सकारात्मक क्रांति की शुरुआत मान रहे हैं, जो आस्कोट के समग्र विकास और समृद्धि की नई कहानी लिखेगी। उनकी यह यात्रा इस बात का प्रतीक है कि एक साधारण ग्रामीण पृष्ठभूमि से आने वाली, उच्च शिक्षित, और जमीनी स्तर पर जुड़ी महिला, अपने पति के साथ मिलकर, समाज के लिए एक मजबूत और संवेदनशील नेतृत्व प्रदान कर सकती है। आज, जब क्षेत्र उनके नाम का जाप कर रहा है, यह स्पष्ट है कि कमला पाल जी और तरुण पाल न केवल उम्मीदवार हैं, बल्कि एक आशा, विश्वास, और बदलाव की मूर्ति बन गए हैं, जो अस्कोट को नई ऊँचाइयों तक ले जाएंगे।