डीडीहाट -अस्कोट क्षेत्र की एक अनुपम प्रेरणा और असाधारण नेता अंकिता पाल ने ग्राम प्रधान पद के लिए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की है, जो उनके अद्वितीय साहस, दृढ़ संकल्प, और स्वतंत्र चेतना का जीवंत प्रमाण है। एक साधारण पृष्ठभूमि से निकलकर, जहाँ संसाधनों की कमी और चुनौतियाँ आम थीं, अंकिता ने अपनी मेहनत, लगन, और अटूट विश्वास के बल पर न केवल अपनी पहचान बनाई है, बल्कि खोलियागाँव और पूरे अस्कोट क्षेत्र के लिए एक प्रकाशस्तंभ के रूप में उभरी हैं। एक स्वतंत्र महिला के रूप में, उन्होंने किसी के सहारे के बिना अपनी राह खुद चुनी और जनता के कल्याण के लिए एक ऐसी लड़ाई लड़ी है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।
अंकिता पाल, जो ग्राम सभा खोलियागाँव (अस्कोट) की शान हैं, अपने विनम्र मूल से प्रेरणा लेकर समाज के हर वर्ग के लिए काम करने का संकल्प लिया है। उनकी यात्रा एक ऐसी कहानी है जो हर कठिनाई को पार कर सपनों को साकार करने की शक्ति को दर्शाती है। उनकी दूरदर्शिता और संवेदनशीलता ने उन्हें बुनियादी सुविधाओं, शिक्षा, और महिलाओं के सशक्तिकरण जैसे मुद्दों पर काम करने वाली एक ऐसी नेता बनाया है, जो अपने क्षेत्र की आवाज बन गई हैं। स्थानीय निवासियों के अनुसार, अंकिता का हर कदम न केवल उनके व्यक्तिगत संघर्ष की जीत है, बल्कि पूरे समुदाय की आशाओं को साकार करने की दिशा में एक मजबूत कदम है।
डीडीहाट-अस्कोट के लोग उनकी इस अविश्वसनीय यात्रा को गर्व और सम्मान के साथ देखते हैं। उनकी ईमानदारी, निस्वार्थ भावना, और जनता के प्रति समर्पण ने उन्हें एक ऐसी नेता बना दिया है, जिनका नाम हर घर-आँगन में सम्मान से लिया जाता है। युवाओं के लिए वे एक प्रेरणा हैं, जो दिखाती हैं कि साहस और मेहनत से कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है, जबकि बुजुर्ग उनकी विनम्रता और समझदारी की प्रशंसा करते हैं। महिलाओं के लिए अंकिता एक प्रतीक हैं, जिन्होंने यह साबित कर दिया कि लैंगिक बाधाएँ उनके रास्ते की दीवार नहीं बन सकतीं। उनकी लोकप्रियता इस बात का प्रमाण है कि वे केवल एक उम्मीदवार नहीं, बल्कि एक आंदोलन की अगुआई कर रही हैं, जो डीडीहाट -अस्कोट क्षेत्र को नई ऊँचाइयों तक ले जाएगा।
अंकिता की यह उपलब्धि इस बात का प्रतीक है कि एक साधारण गाँव की बेटी किस तरह अपने दम पर इतिहास रच सकती है। उनकी हर बात में एक गहरी संवेदना और हर कदम में एक मजबूत इरादा दिखता है, जो उन्हें अन्य नेताओं से अलग और विशिष्ट बनाता है। यह स्पष्ट है कि अंकिता पाल केवल एक नाम नहीं, बल्कि एक सपने, एक उम्मीद, और एक बदलाव की मिशाल बन गई हैं।