पहाड़ों पर बारिश आफत बनकर बरस रही है। सोमवार को मूसलाधार बारिश और ओलावृष्टि के कारण बंगापानी में बागवानी को खासा नुकसान पहुंचा। अंधड़ से पेड़ गिरने से जौलजीबी-मुनस्यारी सड़क बंद हो गई। इस कारण यात्री और पर्यटक तीन घंटे से अधिक समय तक फंसे रहे। वहीं, जौलजीबी के दांतूखेड़ा में पेड़ गिरने से गबला देव मंदिर की छत क्षतिग्रस्त हो गई है।
बंगापानी में ओलावृष्टि से फलों के साथ सब्जी के पौध बर्बाद हो गए हैं। लुमती के चुमरिया थौड़ में अंधड़ से चीड़ का विशालकाय पेड़ गिर गया जिस कारण जौलजीबी-मुनस्यारी सड़क पर आवाजाही ठप हो गई। सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लगी रहीं। करीब तीन घंटे बाद बीआरओ ने पेड़ को हटाकर आवाजाही शुरू कराई। पेड़ गिरने से लाइन क्षतिग्रस्त होने से क्षेत्र में बिजली गुल हो गई। यूपीसीएल ने लाइन की मरम्मत कराकर आपूर्ति बहाल की।
इधर, जौलजीबी के दांतू खेड़ा में गबला देव की मंदिर की छत पर एक पेड़ गिर गया जिससे छत क्षतिग्रस्त हो गई। संयोग से पेड़ की चपेट में कोई नहीं आया अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था। वहीं धारचूला, बलुवाकोट, कालिका, तवाघाट, पांगला, सोबला आदि क्षेत्रों में बारिश से जनजीवन प्रभावित रहा। दारमा और व्यास घाटी के ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश के बाद ठंड का असर बढ़ गया है।