प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के अध्यक्ष करण महरा ने हाल ही में हरिद्वार जिले के बहादराबाद में दलित समुदाय की एक नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार और हत्या मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जांच की मांग की है।
शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पीसीसी अध्यक्ष ने कहा कि पिछले सात वर्षों में राज्य में महिलाओं के साथ अपराध और शोषण के सभी मामलों में भाजपा नेताओं की संलिप्तता सत्तारूढ़ दल के महिला विरोधी चेहरे को उजागर करती है. . उन्होंने कहा कि हाल ही में हरिद्वार जिले में एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार और हत्या के मामले में भाजपा नेता आदित्य राज सैनी आरोपियों में से एक हैं। महरा ने कहा कि इस जघन्य अपराध ने अंकिता भंडारी हत्याकांड की यादें ताजा कर दी हैं और महिलाओं के खिलाफ अपराध में भाजपा नेताओं की संलिप्तता को फिर से उजागर किया है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की रिपोर्ट बताती है कि महिलाओं के खिलाफ अपराध में उत्तराखंड हिमालयी राज्यों में सबसे आगे है।
महरा ने कहा कि अंकिता भंडारी हत्याकांड, पिंकी हत्याकांड, चंपावत में नाबालिग से दुष्कर्म, बहादराबाद में सामूहिक दुष्कर्म, श्रीनगर में दुष्कर्म के प्रयास और द्वाराहाट में दलित बालिका से दुष्कर्म की घटनाओं ने मानवता को शर्मसार किया है और उत्तराखंड को बदनाम किया है।
उन्होंने कहा कि अगर भाजपा सरकार ने अंकिता भंडारी हत्याकांड में कड़ी कार्रवाई की होती और हत्यारों को बचाया नहीं होता तो अपराधियों को हरिद्वार में नाबालिग दलित लड़की के साथ बलात्कार और हत्या करने की हिम्मत नहीं होती।
पीसीसी अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा शासन के पिछले सात वर्षों में जिस तरह से प्रदेश में बलात्कार, हत्या, लूट और महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले बढ़े हैं, उससे प्रदेश में महिलाएं असुरक्षित महसूस कर रही हैं। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से भाजपा सरकार और पुलिस अपराधियों को बचा रही है।