चारधाम यात्रा दस मई से शुरू हो रही है। पहले केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खोले जाएंगे। वहीं, 12 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे। चारधाम यात्रा के लिए परिवहन विभाग ने पांच चेकपोस्ट पर अधिकारी-कर्मचारी मुस्तैद कर दिए हैं। सभी चेकपोस्ट पर यात्रा में आने वाले व्यावसायिक वाहनों के ग्रीन कार्ड, ट्रिप कार्ड चेक किए जाएंगे।संयुक्त परिवहन आयुक्त एसके सिंह ने बताया कि चारधाम यात्रा चेकपोस्ट के लिए सभी अधिकारी-कर्मचारियों की रोस्टरवार ड्यूटी लगाई गई है। डामटा चेकपोस्ट को हटाकर विकासनगर-यमुना पुल मार्ग पर बाड़वाला चेकपोस्ट बनाया गया है। बाकी भद्रकाली, तपोवन, कुठालगेट, सोनप्रयाग चेकपोस्ट पर भी अधिकारी-कर्मचारी तैनात कर दिए गए हैं। सभी जगहों पर टैक्सी, मैक्सी, मिनी बस, बस आदि व्यावसायिक वाहनों की चेकिंग की जाएगी।
ये काम हैं जरूरी
– यात्रा के लिए पर्यटन विभाग की वेबसाइट पर पंजीकरण, ट्रिप कार्ड जरूर लें।
– यात्रा में संचालित सभी कॉमर्शियल वाहनों का ग्रीन कार्ड भी जरूरी है।
– वाहन के सभी प्रपत्र आरसी, फिटनेस, बीमा, प्रदूषण, परमिट, उत्तराखंड में मोटर वाहन का कर जमा करा प्रमाणपत्र, चालक का लाइसेंस, ग्रीन कार्ड, ट्रिप कार्ड, यात्री सूची की वैध मूल प्रमाण प्रति साथ रखें।
– चालक के लाइसेंस में पर्वतीय मार्गों का पृष्ठांकन जरूरी है।
– चारधाम यात्रा मार्गों पर एक धाम की यात्रा तीन दिन, दो धाम की यात्रा पांच दिन, तीन धाम की यात्रा सात दिन, चारधाम की चात्रा के लिए 10 दिन की अवधि निर्धारित है।
– चालक, परिचालक वर्दी पहनें। यात्रा शुरू करते समय व वापसी में यात्रा चेकपोस्ट पर वाहन की प्रविष्टि जरूर कराएं।
यात्रा के दौरान ये न करें
– पर्वतीय मार्गों पर अकुशल एवं अप्रशिक्षित वाहन चालक के साथ यात्रा न करें।
– ओवर स्पीड न करें।
– चालक लगातार स्टेयरिंग ड्यूटी न करें, विश्राम भी करें।
– पर्वतीय मार्गों पर रात 10 बजे से सुबह चार बजे तक वाहन संचालन प्रतिबंधित है।
– यात्रा में पदनाम के बोर्ड, सायरन, हूटर, लाल, पीली, नीली बत्ती, प्रेशर हॉर्न, मल्टी टोन हॉर्न व फैंसी लाइट लगाना प्रतिबंधित है।
– वाहनों को प्राकृतिक स्त्रोतों के पानी में न धोएं। वाहन खाई की ओर पार्क न करें।