ठंड के मौसम की शुरुआत के साथ ही वायरल बुखार, सर्दी-खांसी, फ्लू और सांस से जुड़ी बीमारियों के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी देखी जा रही है। चिकित्सकों के अनुसार तापमान में गिरावट और प्रदूषण बढ़ने से बुजुर्गों, बच्चों और पहले से बीमार लोगों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इस मौसम में इम्यूनिटी कमजोर होने के कारण संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। अस्पतालों में सर्दी-खांसी, बुखार, गले में खराश और सांस लेने में तकलीफ से पीड़ित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
डॉक्टरों ने लोगों को सलाह दी है कि वे ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़े पहनें, पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं और पौष्टिक आहार लें। साथ ही भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क का उपयोग करने और हाथों की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
विशेषज्ञों ने यह भी कहा कि अगर बुखार तीन दिन से अधिक रहे, सांस लेने में परेशानी हो या खांसी लगातार बढ़ती जाए, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। समय पर इलाज न होने पर स्थिति गंभीर हो सकती है।
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे बदलते मौसम में लापरवाही न बरतें और किसी भी लक्षण को नजरअंदाज न करें।
