नैनीताल की शांत और आध्यात्मिक वादियों में स्थित कैंची धाम आज सिर्फ़ एक आश्रम नहीं, बल्कि दुनिया भर के लाखों लोगों की आस्था, विश्वास और अनुभवों का केंद्र बन चुका है।
यह वही स्थल है जहाँ स्टीव जॉब्स से लेकर मार्क ज़ुकरबर्ग, जूलिया रॉबर्ट्स से कृष्ण दास तक दुनिया के अनेक नामचीन लोग सिर झुकाते आए हैं।
हर वर्ष 15 जून का भंडारा यहाँ एक मिनी-कुंभ का रूप ले लेता है, जिसमें लाखों भक्त उमड़ पड़ते हैं।
यह लेख आपको कैंची धाम के इतिहास, बाबा नीम करौली महाराज के जीवन, दुनिया भर में फैले उनके प्रभाव, और आज भी होते चमत्कारों की संपूर्ण कहानी एक ही स्थान पर उपलब्ध कराता है।
कैंची धाम का इतिहास: जहाँ दो नाले और एक दिव्य भविष्यवाणी मिलकर बने धाम की नींव
साल 1962–63 में बाबा नीम करौली महाराज पहाड़ों में भ्रमण पर थे। नैनीताल–भवाली मार्ग पर एक ऐसा स्थान आया जहाँ दो नाले कैंची के आकार में मिलते थे।
बाबा रुके, शांत भाव से बोले—
“यहीं हनुमान जी का मंदिर बनेगा।”
उस समय वहाँ जंगल ही जंगल था। भक्तों ने पूछा—
“बाबा, मूर्ति कहाँ से आएगी?”
बाबा मुस्कुराए—
“खुद आएगी।”
कुछ ही दिनों बाद एक ट्रक खराब होकर वहीं रुक गया। ट्रक में हनुमान जी की एक अद्भुत मूर्ति थी।
बाबा ने कहा—
“यही रहेगी।”
आज वही मूर्ति धाम के मुख्य मंदिर में विराजमान है।
15 जून 1964 को बाबा ने स्वयं आश्रम की नींव रखी, और तब से हर वर्ष 15 जून को लाखों भक्त यहाँ उमड़ते हैं।
स्थान विवरण:
- जिला: नैनीताल
- नैनीताल से दूरी: 38 किमी
- हल्द्वानी से दूरी: 45 किमी
- दिल्ली से दूरी: लगभग 310 किमी
- ऊँचाई: 1,800 मीटर
- वातावरण: देवदार के जंगल, पहाड़ी नदियों की ध्वनि और शांति का अद्भुत मिश्रण
बाबा नीम करौली महाराज—एक संत, जिनकी उपस्थिति आज भी अनुभव की जाती है
- जन्म: लगभग 1900, अकबरपुर (फ़िरोज़ाबाद, यूपी)
- नाम: लक्ष्मण दास
- युवावस्था में घर त्याग, गुजरात के नीम करौली गाँव में लंबा समय—यही नाम पड़ा “नीम करौली महाराज”
- समाधि: 11 सितंबर 1973, वृंदावन
- भक्त कहते हैं—
“बाबा गए नहीं… बस दिखाई देना बंद कर दिया।”
दुनिया भर में फैला बाबा का प्रभाव
विदेशी हस्तियाँ जिन्होंने कैंची धाम से जीवन बदला
- स्टीव जॉब्स — 1974 में भारत आए, कैंची धाम में कई दिन रुके
- मार्क ज़ुकरबर्ग — फेसबुक के शुरुआती दिनों में आए
- जूलिया रॉबर्ट्स, राम दास, कृष्ण दास, जय उत्तल — सब बाबा के भक्त
दुनिया भर में मंदिर और आश्रम
- अमेरिका: ताओस, न्यू मैक्सिको — सबसे बड़ा आश्रम
- कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, नीदरलैंड, इंग्लैंड
- भारत: वृंदावन, लखनऊ, दिल्ली, ऋषिकेश, राजस्थान सहित 100+ आश्रम
बाबा के चमत्कार: जो आज भी लोगों के जीवन में घटते हैं
1. ट्रेन रोक देने का चमत्कार
फर्रुखाबाद स्टेशन पर बिना टिकट उतारे गए। बाबा प्लेटफॉर्म पर बैठे। आधे घंटे तक पूरी लाइन की ट्रेनें रुक गईं।
अंत में स्टेशन मास्टर के पैरों पर गिरने के बाद ही गाड़ियाँ चलीं।
2. स्टीव जॉब्स को सपने में दर्शन
बाबा देह त्याग चुके थे। फिर भी स्टीव को सपने में कहने आए—
“रुक जाओ, तुम जो खोज रहे हो, वह मिल जाएगा।”
स्टीव ने माना—भारत यात्रा और कैंची धाम ने उनकी सोच बदल दी।
3. एक रात में झरना फूट पड़ा
आश्रम में पानी की भारी कमी थी।
बाबा ने एक स्थान पर लाठी टेककर कहा—“यहाँ निकलेगा।”
रात में बारिश, सुबह वहाँ मीठे पानी का झरना…
आज भी वही “बाबा का झरना” आश्रम को पानी देता है।
4. 2024 भंडारे में चावल खत्म, ट्रक खुद आ गया
लाखों लोग, चावल की भारी कमी।
अचानक एक ट्रक आता है।
ड्राइवर कहता है—“बाबा ने सपने में कहा था—कैंची धाम पहुँचना।”
ट्रक में वही मात्रा थी जो कमी थी।
5. एक ही समय में कई स्थानों पर दर्शन
भक्तों के अनुसार बाबा एक ही समय कैंची धाम, वृंदावन और लखनऊ में दिखाई दिए।
6. रात को सफेद कंबल ओढ़े बाबा का घूमना
कई सेवादार रात को मंदिर परिसर में सफेद कंबल ओढ़े बाबा को टहलते देखते हैं।
पूछने पर सुबह कोई नहीं मिलता।
बाबा की सरल लेकिन गहरी शिक्षाएँ
कैंची धाम की दीवारों पर लिखे संदेश आज भी लोगों का मार्गदर्शन करते हैं—
- “सब एक हैं।” – सबमें एक ही परमात्मा।
- “प्यार करो, सेवा करो, नाम जपो।”
- “खाओ, खिलाओ, जियो और जीने दो।”
- “चिंता मत करो, मैं हूँ ना।”
- “हनुमान जी की सेवा ही मेरी सेवा है।”
बाबा कहते थे—
“जितना विश्वास करोगे, उतना पाओगे।
शक करोगे तो कुछ नहीं मिलेगा।”
कैंची धाम आज—विश्वास, ऊर्जा और चमत्कारों का जीवंत केंद्र
कहते हैं,
“जो सच्चे मन से बुलाता है, बाबा नीम करौली महाराज किसी न किसी रूप में उसके पास पहुँच ही जाते हैं।”
आश्रम आज भी वही ऊर्जा, वही शांति और वही करुणा देता है।
यही वजह है कि दुनिया के हर कोने से लोग बताते हैं—
“कैंची धाम बुलावा आता है… और जब बुलावा आता है, रोकना मुश्किल हो जाता है।”
**“मैं कहीं गया नहीं हूँ…
बुलाओ तो दौड़ा चला आऊँगा।” — बाबा नीम करौली महाराज**
🙏 जय बाबा नीम करौली महाराज
🙏 जय हनुमान जी
🙏 जय कैंची धाम
