देर रात तक जगने और पर्याप्त नींद न लेने वालों के लिए एक बड़ी चेतावनी सामने आई है। एक नई मेडिकल स्टडी में पाया गया है कि रोज़ाना देर रात सोने वाले लोगों में हार्ट अटैक का खतरा 34% तक बढ़ जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि नींद की गड़बड़ी हमारे हृदय, दिमाग और हार्मोन सिस्टम पर सीधा असर डालती है।
क्यों बढ़ता है खतरा?
शोध में बताया गया है कि देर रात सोने से—
- ब्लड प्रेशर अनियंत्रित हो जाता है
- शरीर में इंफ्लेमेशन बढ़ने लगता है
- हार्मोनल असंतुलन से हार्ट की नॉर्मल रिद्म प्रभावित होती है
- इंसुलिन रेज़िस्टेंस बढ़कर ब्लड शुगर भी बिगड़ने लगता है
यह सभी कारण मिलकर दिल की सेहत पर घातक असर डालते हैं।
डॉक्टरों ने दिए चेतावनी संकेत
कार्डियोलॉजिस्ट के अनुसार, अगर आप इन लक्षणों को महसूस करें तो तुरंत जांच कराएं—
- सुबह उठते ही भारीपन
- सीने में चुभन या दबाव
- अत्यधिक थकान
- तेज़ हार्टबीट
- रात में कई बार नींद टूटना
ये संकेत शरीर के ओवरलोड होने का संकेत देते हैं।
कैसे बचें? विशेषज्ञों की सलाह
- रोज़ाना 7–8 घंटे की नींद
- सोने से 1 घंटा पहले मोबाइल व स्क्रीन बंद
- रात का खाना हल्का रखें
- कैफीन और चाय-कॉफी कम लें
- रोज़ाना 30 मिनट की वॉक
