डीडीहाट: सौगांव में जंगली सुअरों के हमले से बर्बाद फसलें, मुआवजा सूची में घोटाला – वास्तविक किसान गायब, बाहरी नाम जोड़े!
घटना का फ्लैशबैक
🌾 जंगली सुअरों का आतंक:
- सौगांव (तहसील क्षेत्र) में झुंडों में घुसे सुअरों ने धान और अदरक की फसलें पूरी तरह उजाड़ दीं।
- सैकड़ों किसान प्रभावित, लाखों का नुकसान।
- राजस्व विभाग ने प्रभावितों की सूची तैयार की, जिसमें स्थानीय किसानों के नाम दर्ज थे।
मुआवजा वितरण में बड़ा खेल
🚨 सूची में हेराफेरी:
- मुआवजा बांटने का समय आते ही वास्तविक किसानों के नाम गायब!
- उनकी जगह बाहरी लोगों के नाम जोड़ दिए गए, जो गांव में रहते ही नहीं।
- ग्राम प्रधान किरन बोरा: “यह गंभीर मामला है। दर्ज नामों का गायब होना संदिग्ध है। तत्काल जांच जरूरी!”
किसानों का आक्रोश और एक्शन
🔥 प्रदर्शन:
- गुस्साए किसानों ने उपजिलाधिकारी खुशूब पांडे से मुलाकात की।
- मांग: सूची की निष्पक्ष जांच और केवल असली हकदारों को मुआवजा।
- प्रतिनिधि मंडल में शामिल:
- नवीन बोरा
- क्षेत्र पंचायत सदस्य राजेंद्र सिंह बोरा
- हर सिंह खोलिया, भूपेंद्र सिंह खोलिया
- महेंद्र सिंह रावत, बिमला देवी
- अनुली देवी, लता देवी
- दान सिंह खोलिया, महिपाल सिंह खोलिया
- त्रिलोक सिंह खोलिया, प्रकाश सिंह खोलिया आदि।
क्या कहते हैं अधिकारी?
📋 उपजिलाधिकारी का रुख:
- मामले को संज्ञान में लिया गया।
- जांच के आदेश: सूची सत्यापन कर बाहरी नाम हटाए जाएंगे।
- वचन: वास्तविक प्रभावित किसानों को शीघ्र मुआवजा सुनिश्चित।
ब्रॉडर इश्यू: जंगली सुअरों का बढ़ता खतरा
🛡️ उत्तराखंड में समस्या:
- बागेश्वर, पिथौरागढ़ जैसे जिलों में सुअर फसलों को तहस-नहस कर रहे।
- किसान रातभर जागकर पहरा देते, लेकिन हमले जारी।
- सुझाव: वन विभाग से शिकार अनुमति, बाड़ेबंदी और मुआवजा प्रक्रिया में पारदर्शिता।
किसानों का संदेश: “हमारी मेहनत का फल न सुअर खाएं, न घोटालेबाज। न्याय दो, वरना आंदोलन तेज!”
