देहरादून में आधी रात के बाद भी बारों के खुले रहने से सवाल उठने लगे हैं। स्थानीय लोगों में सुरक्षा और शांति को लेकर चिंता बढ़ गई है, वहीं नियमों में बदलाव की अटकलें भी जोर पकड़ रही हैं, हालांकि अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
स्थिति का विश्लेषण
- पिछला कदम: बीते साल ओएनजीसी चौक हादसे के बाद प्रशासन ने देर रात सड़कों पर युवाओं की अराजकता को नियंत्रित करने के लिए बारों के संचालन समय पर सख्ती की थी। शनिवार और रविवार को रात 12 बजे तक खुलने की अनुमति को घटाकर 11 बजे कर दिया गया था, जिससे कुछ समय के लिए स्थिति नियंत्रित रही।
- वर्तमान हालात: अब हालात फिर बिगड़ गए हैं। राजधानी में बार रात 12 बजे से आगे, कई जगह दो से ढाई बजे तक भी संचालित हो रहे हैं, जो नियमों का उल्लंघन दर्शाता है।
- हादसा की याद: हाल ही में सर्किल बार में फायर शो के दौरान आग लगने की घटना रात 12 बजे के बाद हुई, जो बार संचालकों की मनमानी को उजागर करती है।
जनता और प्रशासन की प्रतिक्रिया
स्थानीय निवासियों का कहना है कि देर रात बार खुलने से शोर-शराबा और सुरक्षा जोखिम बढ़ा है। कुछ का मानना है कि यह नियमों में बदलाव का संकेत हो सकता है, लेकिन प्रशासन की ओर से अभी कोई स्पष्टता नहीं आई है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि सख्त निगरानी और समयबद्ध कार्रवाई की जरूरत है ताकि जनजीवन सुरक्षित रहे।