उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस (17 सितंबर) पर उनकी प्रेरणादायक कार्यशैली को ‘माय मोदी स्टोरी’ के जरिए साझा किया। उन्होंने बताया कि वाराणसी में देर रात तक विकास कार्यों का निरीक्षण करने के बाद भी पीएम सुबह 9 बजे पूरी ऊर्जा से बैठक में शामिल हुए। धामी ने पीएम के अनुशासन, समर्पण और राष्ट्रप्रेम की तारीफ करते हुए इसे सच्चे नेतृत्व का उदाहरण बताया।
वाराणसी का यादगार किस्सा
धामी ने अपने एक्स हैंडल पर एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि वाराणसी में एक रात उन्हें पीएम की मेहनत का गवाह बनना पड़ा। भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक रात 1 बजे खत्म हुई, जब सभी थके हुए थे, तभी पीएम ने मुस्कुराते हुए कहा, “अभी एक जरूरी काम बाकी है।” हैरानी में डूबे नेताओं के सामने उन्होंने बताया कि दिन में निरीक्षण से लोगों को असुविधा होती है, इसलिए वे रात में विकास कार्य देखने निकलेंगे।
रात के सन्नाटे में पीएम सड़कों पर निकले और हर परियोजना का बारीकी से जायजा लिया। समय बीतते-बीतते रात 3 बजे और फिर 4 बजे हो गए, तब जाकर वे लौटे। लेकिन अगली सुबह 9 बजे, वे पूरी ऊर्जा और एकाग्रता के साथ बैठक में मौजूद थे, मानो रात की थकान ने उन्हें छुआ ही न हो। धामी ने इसे राष्ट्रसेवा से मिली ऊर्जा का प्रतीक बताया।
सेवा पखवाड़ा और प्रेरणा
पीएम के जन्मदिवस को खास बनाने के लिए भाजपा 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक सेवा पखवाड़ा मना रही है, जिसमें स्वच्छता अभियान से लेकर रक्तदान शिविर तक शामिल हैं। संगठन के नेता ‘माय मोदी स्टोरी’ के जरिए पीएम की देशसेवा की भावना को साझा कर रहे हैं। धामी ने कहा कि पीएम का जीवन अनुशासन और प्रतिबद्धता का पाठ पढ़ाता है, जो उपदेश नहीं, बल्कि उदाहरण बनकर जीते हैं।