सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने और वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करने के उद्देश्य से एमएसएमई फॉर भारत पहल की शुरुआत की गई है। इस पहल के तहत हरिद्वार के ज्वालापुर में 16 सितंबर 2025 को एमएसएमई मंथन कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है। इस क्षेत्रीय कॉन्क्लेव में उद्योग जगत की प्रमुख हस्तियां, सरकारी अधिकारी और विशेषज्ञ शामिल होंगे, जो एमएसएमई से जुड़ी चुनौतियों, अवसरों और भविष्य की रणनीतियों पर चर्चा करेंगे।
कॉन्क्लेव का उद्घाटन और प्रमुख अतिथि
स्थल: द विजडम ग्लोबल स्कूल, हरिद्वार-दिल्ली रोड, ज्वालापुर, हरिद्वार
दिनांक: 16 सितंबर 2025
समय: दोपहर 3:00 बजे
उद्घाटन सत्र में उद्योग सचिव एवं गढ़वाल मंडलायुक्त विनय शंकर पांडेय मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। उनके साथ विशिष्ट अतिथि के रूप में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंडे, और उद्योग जगत की अन्य प्रमुख हस्तियां उपस्थित रहेंगी।
सत्रों का विवरण
दूसरा सत्र: भविष्य के एमएसएमई पर चर्चा
इस सत्र में एमएसएमई क्षेत्र के भविष्य पर गहन विमर्श होगा। प्रमुख वक्ताओं में शामिल होंगे:
- अनिल मारवाह, अध्यक्ष, फूड प्रॉसेसिंग इंडस्ट्रीज एसोसिएशन
- डॉ. हरेंद्र गर्ग, अध्यक्ष, एसएमएयू हरिद्वार
- सीए आशुतोष पांडेय, लॉजिक फ्लेम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड
- डॉ. मोहिन्द्र आहूजा, एमडी, आरोग्या फार्मूलेशन्स प्राइवेट लिमिटेड
ये विशेषज्ञ एमएसएमई के भविष्य के लिए अपने विजन को साझा करेंगे और प्रतिभागियों के सवालों का जवाब देंगे।
तीसरा सत्र: स्थानीय चुनौतियां और अवसर
इस सत्र में स्थानीय स्तर पर एमएसएमई क्षेत्र की चुनौतियों और अवसरों पर पैनल चर्चा होगी। प्रमुख वक्ता होंगे:
- पंकज गुप्ता, अध्यक्ष, इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड
- विकास गोयल, आईआईटीयन एवं लघु उद्यमी
- राज अरोड़ा, रोव गार्ड इंडस्ट्रीज
- अनिल शर्मा, जेनिका फार्मा
- रंजीत टिबरीवाल, फूड प्रॉसेसिंग गोल्ड क्कीन
यह सत्र पैनल डिस्कशन के साथ-साथ प्रतिभागियों के प्रश्नों का उत्तर देने पर केंद्रित होगा।
राष्ट्रीय कॉन्क्लेव और पुरस्कार समारोह
26 शहरों में क्षेत्रीय कॉन्क्लेव के बाद, 9 अक्टूबर 2025 को नई दिल्ली के भारत मंडपम में राष्ट्रीय कॉन्क्लेव, एक्सपो और पुरस्कार समारोह आयोजित होगा। इस आयोजन में केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री जीतन राम मांझी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे।
पुरस्कार श्रेणियां
- उत्पादन उत्कृष्टता
- नवाचार, अनुसंधान और डिजिटल परिवर्तन
- गुणवत्ता और सतत विकास
- सेवा और ग्राहक प्रभाव
- अपव्यय पर विजय
- निर्यात और वैश्विक पहुंच
- महिला उद्यमी सम्मान (एमएसएमई)
- उभरता स्टार्टअप (एमएसएमई)
- पारंपरिक और सांस्कृतिक उद्यम
- उद्यमिता और कौशल विकास
- सामाजिक प्रभाव, ईवी/सौर/नवीकरणीय ऊर्जा और रोजगार सृजन
पुरस्कारों के लिए आवेदन एमएसएमई फॉर भारत की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से किया जा सकता है।
एमएसएमई फॉर भारत: एक राष्ट्रीय पहल
अमर उजाला की इस पहल का लक्ष्य एमएसएमई क्षेत्र को राष्ट्रीय और वैश्विक मंच पर मजबूत पहचान दिलाना है। पहले चरण में 26 शहरों में क्षेत्रीय कॉन्क्लेव आयोजित किए जा रहे हैं, जिनमें हरिद्वार का यह आयोजन एक महत्वपूर्ण कदम है। यह कॉन्क्लेव उद्यमियों, नीति निर्माताओं और विशेषज्ञों को एक मंच पर लाकर एमएसएमई क्षेत्र की प्रगति को गति देगा।