कांग्रेस ने टनकपुर-पिथौरागढ़ ऑलवेदर सड़क के 10 दिन से बंद होने पर तीखा आक्रोश जताया है। पार्टी ने इसे सरकार की गंभीर नाकामी करार देते हुए दो जिलों की जीवनरेखा मानी जाने वाली इस सड़क के बंद होने को लेकर सवाल उठाए हैं। सड़क परिवहन राज्य मंत्री के गृह क्षेत्र में स्थित इस सड़क की बदहाली ने स्थानीय लोगों के लिए परेशानी बढ़ा दी है।
मुख्य बिंदु:
- राशि का दुरुपयोग: 22 करोड़ रुपये खर्च करने के बावजूद स्वाला में सड़क बहाली और आवाजाही शुरू नहीं हो सकी।
- जनजीवन प्रभावित: सड़क बंद होने से वाहनों का आवागमन ठप हो गया, जिससे मैदानी क्षेत्रों से आपूर्ति प्रभावित हुई। सब्जी, फल, राशन और अन्य जरूरी सामान के दाम आसमान छू रहे हैं।
- कांग्रेस का रुख: पूर्व दायित्वधारी महेंद्र लुंठी ने कहा कि पिथौरागढ़ और चंपावत राज्य मंत्री के गृह क्षेत्र हैं, फिर भी सड़क निर्माण में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
अतिरिक्त जानकारी:
- स्थानीय शिकायतें: ग्रामीणों ने बताया कि सड़क बंद होने से मरीजों को अस्पताल पहुंचाने में दिक्कतें हो रही हैं और व्यापार भी प्रभावित हुआ है।
- प्रशासनिक कार्रवाई: कांग्रेस ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र सड़क नहीं खोली गई तो पार्टी सड़कों पर उतरेगी और प्रदर्शन करेगी।
- मौसम का असर: लगातार बारिश और भूस्खलन के कारण सड़क बहाली में देरी हो रही है, जिसे सरकार ने बहाना बनाया है।
- आवश्यक कदम: स्थानीय प्रशासन ने सड़क खोलने के लिए मशीनरी और विशेषज्ञ टीम तैनात की है, लेकिन अभी तक कोई ठोस परिणाम नहीं मिला।
कांग्रेस नेताओं ने मांग की है कि सरकार तत्काल आपातकालीन फंड जारी कर सड़क को चालू कराए, अन्यथा आंदोलन तेज होगा। इस मुद्दे पर स्थानीय लोगों ने भी प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की अपील की है।