नैनीताल में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। पर्यटकों और स्थानीय निवासियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। झील के जलस्तर में तेजी से वृद्धि होने के कारण निकासी गेटों को 15-15 इंच खोल दिया गया है। मौसम विभाग ने जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसके चलते स्कूल बंद हैं और लोग घरों में रहने को मजबूर हैं। बारिश के कारण कई सड़कें बंद हो गई हैं, और नंदा-देवी महोत्सव में कारोबारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
बारिश का कहर
रविवार रात से शुरू हुई मूसलाधार बारिश के कारण शहर में सामान्य जनजीवन ठप हो गया है। स्थानीय लोग और पर्यटक घरों और होटलों में दुबकने को मजबूर हैं। सड़कों और रास्तों पर जलभराव की स्थिति बनी हुई है, जिससे आवागमन में भारी दिक्कत हो रही है। ज्योलीकोट-क्वारब राष्ट्रीय राजमार्ग सहित पांच राज्य मार्ग, एक प्रमुख जिला मार्ग, और दो ग्रामीण मार्ग बंद हो गए हैं। हालांकि, अभी तक किसी बड़े हताहत की सूचना नहीं मिली है।
झील का जलस्तर और निकासी
लगातार बारिश के कारण नैनी झील का जलस्तर 87.5 फीट तक पहुंच गया है। एहतियातन, सिंचाई विभाग ने झील के दोनों निकासी गेटों को 15-15 इंच खोलकर पानी की निकासी शुरू कर दी है। झील नियंत्रण कक्ष के प्रभारी रमेश सिंह ने बताया कि जलस्तर में और वृद्धि होने पर निकासी को बढ़ाया जाएगा। इसके अलावा, शहर से जुड़े नाले भी उफान पर हैं, जिससे जलभराव की समस्या और गंभीर हो गई है।
नंदा-देवी महोत्सव पर असर
भारी बारिश ने नंदा-देवी महोत्सव में भी खलल डाला है। फ्लैट्स मैदान में लगी दुकानों में पानी घुसने से कारोबारियों में अफरा-तफरी मच गई। कई दुकानदारों को भारी नुकसान हुआ है, और महोत्सव का उत्साह फीका पड़ गया है।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग ने सोमवार के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसके चलते स्कूलों में पहले से ही अवकाश घोषित कर दिया गया था। इससे बच्चों और अभिभावकों को राहत मिली है, लेकिन लगातार बारिश ने स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
प्रशासन की कार्रवाई
जिला आपदा प्रबंधन केंद्र के अनुसार, बंद सड़कों को खोलने और जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए टीमें काम कर रही हैं। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और गैर-जरूरी यात्रा से बचने की अपील की है।