मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार की सुबह बैलों को संभालने में अपनी कुशलता का परिचय दिया, जब उन्होंने ऊधमसिंह नगर जिले के खटीमा के नागरा तराई में धान की बुवाई के लिए अपने खेत को तैयार करते समय बैलों को बखूबी संभाला।
शुक्रवार को राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में अपने चार साल पूरे करने वाले धामी ने यह दिखा दिया कि एक कुशल राजनीतिज्ञ और प्रशासक होने के अलावा वह बैलों की जोड़ी और अन्य कृषि पद्धतियों को संभालने में भी उतने ही कुशल हैं।इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पारंपरिक वाद्य यंत्रों की मधुर धुनों और थापों के बीच भूमि देवता (भूमि के देवता), भगवान इंद्र (वर्षा के देवता) और मेघराज (बादलों के देवता) की पारंपरिक पूजा-अर्चना की। धामी के इस कदम से ग्रामीणों में उत्साह और प्रशंसा देखने को मिली। उन्होंने कहा कि खेतों में जाकर पुराने दिन और यादें ताजा हो गई हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान न केवल हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं, बल्कि वे हमारी संस्कृति और परंपरा के ध्वजवाहक भी हैं।