भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को महेंद्र भट्ट को आधिकारिक तौर पर फिर से अपने प्रदेश अध्यक्ष के रूप में बहाल कर दिया। देहरादून में राज्य परिषद की बैठक के दौरान भट्ट को निर्विरोध चुना गया, जहां मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें इस पद पर बने रहने की मंजूरी दी। घोषणा के बाद पार्टी सदस्यों को संबोधित करते हुए भट्ट ने कहा कि पार्टी का तत्काल ध्यान आगामी पंचायत चुनावों पर है, जहां लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी ग्राम पंचायतों में सक्रिय भाजपा कार्यकर्ता चुनाव लड़ें और जीतें। उन्होंने 2027 के विधानसभा चुनावों को पार्टी की सबसे बड़ी चुनौती बताया और कहा कि इस बार उनका लक्ष्य सिर्फ सत्ता बरकरार रखना नहीं है, बल्कि 60 से अधिक सीटें जीतकर जीत की हैट्रिक बनाना है।
पिछले कार्यकाल का जिक्र करते हुए भट्ट ने कहा कि उनके नेतृत्व में पार्टी ने लोकसभा, नगर निगम, हरिद्वार पंचायत और विधानसभा चुनाव समेत कई चुनावों में जीत हासिल की। उन्होंने इन जीत का श्रेय पार्टी के जमीनी कार्यकर्ताओं, जनप्रतिनिधियों के संयुक्त प्रयास और केंद्रीय नेतृत्व के भरोसे को दिया। उन्होंने कहा कि अब संगठन को और मजबूत करने पर ध्यान दिया जाएगा, ताकि कोई भी क्षेत्र भाजपा की मौजूदगी से अछूता न रहे। धामी ने भट्ट को बधाई दी और उन्हें जमीन से जुड़ा और प्रतिबद्ध नेता बताया, जिन्होंने लगातार कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने हमेशा आम कार्यकर्ताओं के लिए कड़ी मेहनत के जरिए आगे बढ़ने का मौका बनाया है और इसके लिए उन्होंने और भट्ट ने खुद के सफर का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा, ‘हमारी पार्टी में जब किसी को जिम्मेदारी दी जाती है, तो उसे खुद को साबित करने का मौका भी दिया जाता है। मैं इसका सबसे बड़ा उदाहरण हूं।’
धामी ने भरोसा जताया कि भट्ट पंचायत चुनाव और उसके बाद भी पार्टी का सफलतापूर्वक नेतृत्व करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि भट्ट के नेतृत्व में संगठन ने सरकार के साथ मिलकर विकास योजनाओं को जमीनी स्तर तक पहुंचाया है, जो 2027 के लिए भाजपा का मुख्य फोकस होगा। उन्होंने पंचायत चुनावों पर अपना रुख बदलने के लिए कांग्रेस की भी आलोचना की। धामी ने कहा, “जो लोग कभी हम पर चुनाव में देरी करने का आरोप लगाते थे, वे अब उन्हें रोकने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटा रहे हैं। और अब जब चुनाव आ गए हैं, तो वे मौसम की स्थिति की बात कर रहे हैं। इससे पता चलता है कि वे एक और हार के लिए तैयार नहीं हैं।” उन्होंने कहा कि भाजपा पंचायत चुनाव उसी जन समर्थन के साथ लड़ेगी और जीतेगी, जो उसे हाल के चुनावों में मिला है। सरकार के प्रदर्शन का जिक्र करते हुए सीएम ने समान नागरिक संहिता के कार्यान्वयन, अतिक्रमित भूमि की वसूली, नकल विरोधी कानून और भ्रष्टाचार और जबरन धर्म परिवर्तन के खिलाफ कार्रवाई सहित प्रमुख नीतिगत उपायों को सूचीबद्ध किया। उन्होंने कहा कि राज्य परिणाम देने पर केंद्रित है और कहा, “अगर हमारा काम लोगों तक पहुंचता है, तो उनका विश्वास स्वाभाविक रूप से आएगा।” धामी और भट्ट दोनों ने पार्टी कार्यकर्ताओं से 2027 के लिए तैयारी शुरू करने का आह्वान किया और पंचायत चुनावों को विधानसभा चुनावों में पूर्ण बहुमत की ओर पहला कदम बताया।