विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने आरोप लगाया है कि चार धाम यात्रा में कार्यरत हेलीकॉप्टर कंपनियां नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) द्वारा निर्धारित मानकों का खुलेआम उल्लंघन कर रही हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में चार धाम यात्रा में नौ कंपनियां हेलीकॉप्टर सेवाएं दे रही हैं। हाल ही में डीजीसीए ने इन कंपनियों की उड़ानों की संख्या में 35 फीसदी की कटौती की थी, लेकिन हेलीकॉप्टर अनुमति से कहीं अधिक उड़ानें भर रहे हैं। आर्य ने कहा कि डीजीसीए ने यह भी निर्देश दिया था कि एक उड़ान में तीन-चार यात्रियों से अधिक यात्रियों को नहीं ले जाया जाएगा। हालांकि, रविवार को हुए हादसे में पायलट समेत छह वयस्क सवार थे। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हेलीकॉप्टर कंपनियां यात्रियों की जान जोखिम में डालकर केवल पैसे की चिंता कर रही हैं। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि डीजीसीए केवल दिशा-निर्देश जारी कर अपनी जिम्मेदारी से इतिश्री कर लेता है, लेकिन कोई भी यह सुनिश्चित नहीं कर रहा है कि दिशा-निर्देशों का पालन हो। आर्य ने कहा कि प्रशासन को केदार घाटी में खराब मौसम की जानकारी थी, लेकिन कार्रवाई की गई। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हाल ही में हेलीकॉप्टर संचालन की समीक्षा के आदेश दिए थे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ऐसी दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि हेलीकॉप्टर कंपनियां इस पर ध्यान नहीं दे रही हैं। आर्य ने कहा कि जिम्मेदारियां तय होनी चाहिए और व्यवस्था जवाबदेह होनी चाहिए।