मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य प्रशासन को चारधाम यात्रा की सभी तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि तीर्थयात्रियों की पंजीकरण प्रक्रिया को सुदृढ़ बनाया जाए। मुख्यमंत्री ने यह निर्देश सोमवार को सचिवालय में चारधाम यात्रा के लिए राज्य के अधिकारियों के साथ बैठक की अध्यक्षता करते हुए दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यात्रा देश और दुनिया का ध्यान आकर्षित करती है और यात्रा को सुलभ और सुरक्षित बनाने के लिए हर स्तर पर प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि यात्रा राज्य की जीवन रेखा है और यहां की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को पिछले वर्ष के अनुभवों से सबक लेते हुए तैयारियों पर काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि तीर्थयात्रियों को अनावश्यक परेशानियों का सामना न करना पड़े और उनकी स्वास्थ्य जांच की उचित व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री ने पशुपालन विभाग को यात्रा मार्ग पर घोड़ों और खच्चरों की स्वास्थ्य जांच करने और उनके लिए गर्म पेयजल और चारे की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि वर्तमान में चल रहे सड़क चौड़ीकरण और निर्माण कार्यों को जल्द पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि यात्रा मार्ग पर श्रद्धालुओं को अनावश्यक रूप से न रोका जाए। उन्होंने कहा कि जब भी यात्रा को प्रबंधन उद्देश्यों के लिए अस्थायी रूप से रोका जाए तो श्रद्धालुओं को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि हेलीकॉप्टर टिकट की ब्लैक में बिक्री न हो तथा ऐसी गतिविधियों में संलिप्त लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। मुख्यमंत्री ने सचिवों एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं का स्थलीय निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मोबाइल कनेक्टिविटी सुनिश्चित की जाए तथा यात्रा मार्ग पर संवेदनशील स्थानों पर ड्रोन से निगरानी की जाए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि यात्रा की रियल टाइम अपडेट की व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाए। बैठक में मुख्यमंत्री ने यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले जिलों के जिलाधिकारियों से भी बातचीत की तथा तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने आईएएस, आईपीएस एवं पीसीएस अधिकारियों से कहा कि वे जिस तहसील, ब्लाक एवं थाने से अपने कैरियर की शुरुआत की है, उसे गोद लें तथा उनके विकास में सहयोग करें। बैठक में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज एवं धन सिंह रावत, अपर मुख्य सचिव आनंद बर्धन, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, आर मीनाक्षी सुदाराम सहित पुलिस एवं प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।