राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) की मिशन निदेशक स्वाति भदौरिया ने स्वास्थ्य विभाग के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों (सीएमओ) को प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए युद्ध स्तर पर काम करने के निर्देश दिए हैं। वे शनिवार को एनएचएम सभागार में सीएमओ की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रही थीं। भदौरिया ने कहा कि परियोजना के तहत चल रहे निर्माण कार्यों की प्रगति और गुणवत्ता की निगरानी के लिए सीएमओ कार्य निष्पादन एजेंसियों के साथ नियमित बैठकें करें। एनएचएम एमडी ने कहा कि प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन (पीएम-एबीएचआईएम) भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है .
इस योजना के तहत चल रहे क्रिटिकल केयर ब्लॉक (सीसीबी), जिला एकीकृत सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशाला (डीआईपीएचएल) और ब्लॉक सार्वजनिक स्वास्थ्य इकाई (बीपीएचयू) परियोजनाओं की उचित निगरानी के निर्देश दिए। बैठक में उन्हें बताया गया कि सिकलसेल उन्मूलन कार्यक्रम के तहत प्रदेश के आठ जिलों में सिकलसेल की जांच की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। भदौरिया ने निर्देश दिए कि शेष पांच जिलों में भी अगले 15 दिनों के भीतर जांच पूरी कर ली जाए। उन्होंने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं का कार्य बहुत महत्वपूर्ण है तथा निर्देश दिए कि उनका संवेदीकरण प्राथमिकता पर किया जाए। बैठक में स्वास्थ्य निदेशक डॉ. नरेंद्र शर्मा, एनएचएम निदेशक मनु जैन, सभी जिलों के सीएमओ तथा अन्य अधिकारी शामिल हुए।