इससे पहले भी कांग्रेस के कई चर्चित चेहरे इस्तीफा दे चुके हैं। वहीं, अब चुनाव नजदीक आने के साथ ही नेताओं में असंतोष भी दिखने लगा है। नैनीताल-ऊधमसिंह नगर लोकसभा सीट से प्रत्याशी घोषित होते ही उत्तराखंड कांग्रेस में असंतोष के स्वर खुलकर सामने आ गए हैं। प्रत्याशी घोषित होने के 10 घंटे के भीतर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया ने नेतृत्व पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। साथ ही लिखा कि मैं एक ऐसे विद्यार्थी की तरह महसूस कर रहा हूं, जिसने बहुत मेहनत करी लेकिन उसे कभी भी इम्तिहान में बैठने नहीं दिया गया और प्रतिभा के प्रदर्शन का मौका नहीं दिया।
दीपक बल्यूटिया ने लोकसभा चुनाव में अपनी दावेदारी पेश की थी। इससे पहले वह हल्द्वानी नगर निगम व हल्द्वानी विधानसभा से चुनाव लड़ने की इच्छा जता चुके हैं। दीपक बल्यूटिया का कहना है कि वह 35 वर्ष से पार्टी की सेवा कर रहे हैं। बावजूद इसके केंद्रीय नेतृत्व लगातार उनकी उपेक्षा कर रहा है। इससे आहत होकर वह पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ दे रहे हैं। उन्होंने अपना इस्तीफा उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा को भेज दिया है। इसकी प्रतिलिपि प्रदेश अध्यक्ष करन महरा को भी भेजी है। दीपक बल्यूटिया पूर्व सीएम एनडी तिवारी के भतीजे हैं और छात्र जीवन से राजनीति में सक्रिय हैं। दीपक ने बताया कि उनका किसी और पार्टी को ज्वाइन करने का कोई इरादा नहीं है।