सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा उत्तराखंड ही नहीं देश विदेश में छाई रहती है. अल्मोड़ा की संस्कृति के साथ अल्मोड़ा की बाल मिठाई भी देश-विदेश में मशहूर है. अल्मोड़ा की बाल मिठाई के लोग इतने मुरीद हैं कि अगर जो भी अल्मोड़ा में एक बार आता है वह अल्मोड़ा की प्रसिद्ध बाल मिठाई खाता है और यहां से ले जाता है. अल्मोड़ा की बाल मिठाई का हर कोई दीवाना है छोटी उम्र से लेकर बड़े लोग इस बाल मिठाई को खाते हैं.
दरअसल, अल्मोड़ा की बाल मिठाई आज देश-विदेश तक छाई हुई है. इस मिठाई का आविष्कार अल्मोड़ा से ही हुआ है. जहां से इस मिठाई का आविष्कार हुआ तो हम आपको इस मिठाई की दुकान के बारे में बताते हैं. 1865 में लाल योगा साह के द्वारा इस बाल मिठाई का आविष्कार किया गया था जिसके बाद धीरे-धीरे लोग इस बाल मिठाई को खाने लगे और ये आज उत्तराखंड ही नहीं देश विदेश में लोगों की पसंद बन चुकी है.
अल्मोड़ा की बाल मिठाई के मुरीद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी है. भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन से जीत की खुशी में उनसे अल्मोड़ा की बाल मिठाई खिलाने की बात कही. उसके बाद लक्ष्य ने उनका वादा पूरा किया और उन्हें अल्मोड़ा की प्रसिद्ध बाल मिठाई भेंट की दुकानदार निखिल साह ने बताया कि अल्मोड़ा के बाल मिठाई का आविष्कार उनके दादाजी लाल जोगा साह के द्वारा किया गया था और अल्मोड़ा की बाल मिठाई आज देश-विदेश में छाई हुई है. इस बाल मिठाई के मुरीद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हैं. अल्मोड़ा की बाल मिठाई स्थानीय लोगों के साथ बाहर से आने वाले पर्यटक भी यहां से लेकर जाते हैं. इसके अलावा देश-विदेश में रहने वाले लोगों के लिए रिश्तेदार भिजवाते हैं. जिला मिष्ठान विक्रेता के अध्यक्ष मनोज सिंह पवार ने बताया अल्मोड़ा की बाल मिठाई का हर कोई आज दीवाना है. देश विदेश तक अल्मोड़ा की बाल मिठाई आज पहुंच रही है. आप उन्होंने बताया कि प्रसिद्ध बाल मिठाई का आविष्कार अल्मोड़ा से ही हुआ है और अल्मोड़ा का रोजगार अधिकतर इसी से चलता है.