भांगेड़ी महावतपुर निवासी युवक ने कुछ दिन पूर्व हिंदू धर्म छोड़कर ईसाई धर्म अपनाया था। युवक की मां का निधन होने पर वह शव लेकर अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट पहुंचा। इसकी जानकारी जैसे ही हिंदू समाज के लोगों को हुई तो उन्होंने तत्काल मौके पर पहुंच अंतिम संस्कार रोक दिया। क्षेत्र में एक युवक के धर्म बदलने के बाद उसकी मां के शव के अंतिम संस्कार को लेकर हंगामा हो गया। हिंदू समाज के लोगों ने महिला का अंतिम संस्कार करवाने से मना कर दिया। हालांकि, बाद में पुलिस के हस्तक्षेप के बाद दोनों पक्षों की सहमति पर शव का अंतिम संस्कार किया गया।
सिविल लाइंस कोतवाली पुलिस के मुताबिक भांगेड़ी महावतपुर निवासी शशिकांत ने कुछ दिन पूर्व हिंदू धर्म छोड़कर ईसाई धर्म अपनाया था। रविवार को युवक की मां रेखा ( 65) पत्नी पूरन निवासी भांगेड़ी महावतपुर का निधन हो गया। ऐसे में युवक अपनी मां का शव लेकर सुबह करीब नौ बजे अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट पहुंचा। इसकी जानकारी जैसे ही हिंदू समाज के लोगों को हुई तो उन्होंने तत्काल मौके पर पहुंच अंतिम संस्कार रोक दिया। इस बीच दोनों पक्षों में हंगामा हो गया।
हिंदू समाज के लोगों ने ईसाई धर्म के अनुसार शव को दफनाने की बात कही। मृतका का बेटा शशिकांत और रिश्तेदारों अंतिम संस्कार की बात पर अड़े रहे। काफी देर तक हंगामा चलते रहा। इसी बीच सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। एसएसआई अभिनव शर्मा ने बताया कि पुलिस ने दोनों पक्षों से वार्ता की। कहा कि शव के अंतिम संस्कार को रोकना ठीक नहीं है। ऐसे में सहमति बनने पर शव का अंतिम संस्कार किया गया। बाद में दोनों पक्ष वहां से चले गए। कोतवाल आरके सकलानी ने बताया कि मामला निपटने के बाद श्मशान घाट में महिला के शव का अंतिम संस्कार किया गया है। वहीं शशिकांत ने बताया कि उसके परिवार ने धर्म परिवर्तन नहीं कराया था। केवल उसने ही धर्म परिवर्तन किया है। ऐसे में सहमति बनने पर शव का अंतिम संस्कार किया गया। बाद में दोनों पक्ष वहां से चले गए।