बाबा तरसेम सिंह के हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें लगातार यूपी, पंजाब, हरियाणा आदि राज्यों में दबिश दे रही हैं। सूत्रों के अनुसार ऊधमसिंह नगर पुलिस ने यूपी में चार संदिग्धों से पूछताछ की है। बाबा तरसेम सिंह के हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के लिए ऊधमसिंह नगर, नैनीताल के अलावा अन्य जिलों की टीमें लगातार यूपी, पंजाब, हरियाणा आदि राज्यों में दबिश दे रही हैं। सूत्रों के अनुसार ऊधमसिंह नगर पुलिस ने यूपी में चार संदिग्धों से पूछताछ की है। हालांकि इस संबंध में पुलिस अधिकारी कुछ भी कहने को तैयार नहीं हैं। 28 मार्च 2024 को बाबा तरसेम सिंह की हत्या के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए ऊधमसिंह नगर जिले में रेड अलर्ट घोषित किया गया है। हत्यारों की तलाश में पुलिस अब तक करीब पांच राज्यों में दबिश दे चुकी है। दूसरे राज्यों की पुलिस टीमों से भी सहयोग मांगा जा रहा है।
त्रों के अनुसार, पुलिस ने यूपी के शाहजहांपुर जिले के निगोही थाना क्षेत्र से एक, बांडा थाना क्षेत्र से दो और पीलीभीत जिले के बिलसंडा थाना क्षेत्र से एक संदिग्ध व्यक्ति से पूछताछ की। हालांकि जिले के पुलिस अधिकारी इस बारे में जानकारी से इंकार कर रहे हैं। इसके अलावा स्थानीय स्तर पर भी बदमाशों की मदद करने को लेकर भी पुलिस की पूछताछ जारी है।
सोशल मीडिया के पोस्ट की जांच में उलझी पुलिस
सोशल मीडिया में हत्यारोपियों की वायरल पोस्ट और लोकेशन से पुलिस जांच उलझ रही है। जिस अकाउंट से सोशल मीडिया में पोस्ट की जा रही है, या लोकेशन दी जा रही है, उसकी सत्यता का पता नहीं चल पा रहा है। सूत्रों का कहना है कि हत्यारोपी काफी शातिर हैं। इसके अलावा यदि कुछ लोग हत्यारोपियों की मदद कर रहे हैं, तो उनका मकसद पुलिस की जांच को प्रभावित करना हो सकता है।
एसएसपी बोले
हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें यूपी समेत विभिन्न राज्यों में दबिश दे रही हैं। यूपी में संदिग्ध लोगों से पूछताछ के बारे में जानकारी नहीं है। सभी पुलिस टीमें अपना काम कर रही हैं। हत्याकांड का शीघ्र खुलासे करने का प्रयास किया जा रहा है। – डॉ. मंजूनाथ टीसी, एसएसपी
नानकमत्ता में बाबा तरसेम सिंह की हत्या के बाद अब गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी नानकमत्ता साहिब के अध्यक्ष की ओर से महासचिव को भेजा गया एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें कहा गया है कि कमेटी के प्रांगण में एक कक्ष स्थायी आधार पर स्थानीय डायरेक्टर के कब्जे में है। अन्य डायरेक्टर की ओर से भी एक-एक कक्ष की मांग की है। पत्र में इस प्रकार के कक्ष का आवंटन नहीं करने की अपील की गई है। हालांकि संवाद न्यूज एजेंसी इस वायरल पत्र की पुष्टि नहीं करती है।
18 फरवरी 2024 को लिखे इस पत्र में कहा गया है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि इस प्रकार के किसी भी कक्ष में बिना रजिस्टर पर दर्ज किए कोई भी स्थायी या अस्थायी रूप में प्रवास न करें। डायरेक्टर के उपभोग किए गए समय के सापेक्ष अतिथिगृह की दरों के आधार पर भुगतान प्राप्त किया जाए। अन्यथा उनके नाम पर एडवांस रूप में धनराशि लिखी जाए। गुरुद्वारा परिसर में एक कक्ष एनेक्सी कक्ष के साथ अध्यक्ष के लिए और एक अतिरिक्त कक्ष महासचिव के लिए परंपरागत रूप से चला आ रहा है।
पत्र में कहा गया कि अध्यक्ष कक्ष से महिलाओं को आते जाते देखने की भी जानकारी ली है। यह व्यवस्था सुनिश्चित कि जाए कि अध्यक्ष कक्ष या उसके एनेक्सी कक्ष में बिना उनकी अनुमति के किसी को ना ठहराया जाए। उनसे पूछे बिना वहां निजी तौर पर अतिथियों के ठहरने की शिकायतें भी मिल रही हैं। ऐसा अध्यक्ष पद की गरिमा कम करने के लिए भी किया जा रहा है।
यह भी लिखा है पत्र में
- किसी भी कक्ष में किसी भी अतिथि के रुकने के प्रविष्टियां रजिस्टर में कक्ष नंबर सहित अनिवार्य रूप से दर्ज कराई जाएं।
- अध्यक्ष, महासचिव या अन्य किसी के प्रवास के लिए कक्षों का प्रयोग बिना रजिस्टर में दर्ज के न किया जाए।
- बिना दर्ज (इंद्राज) प्रवास की स्थिति में किसी भी प्रकार की घटना होने की जिम्मेदारी लिखित रूप में तय करें।
- इसकी हिदायत भी अपने स्तर से लिखित रूप में जारी कर दें। अन्यथा किसी घटना का उत्तरदायित्व आपका होगा। n सभी कक्षों की नंबरिंग की जाए।