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 पर्यावरण का सूचक होती हैं तितलियां

पिथौरागढ़ वन प्रभाग में विश्व वन्यजीव दिवस धूमधाम से मनाया गया। वक्ताओं ने कहा कि तितलियां पर्यावरण का सूचक होती हैं। इस दौरान यहां की जैव विविधता के बारे में जानकारी दी गई। वन विभाग के अतिथि गृह में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ प्रभागीय वनाधिकारी जीवन मोहन दगाड़े ने किया।

मुख्य अतिथि सीडीओ नंदन कुमार और डीएफओ ने वन प्रभाग और विंग्स फाउंडेशन की ओर से लिखी गई बटरफ्लाई ऑफ अस्कोट वाइल्ड लाइफ सेंचुरी पुस्तक का विमोचन किया। कहा कि यह पुस्तक जलवायु परिवर्तन के संबंध में जानकारीपरक है।
एसडीओ ज्वाला प्रसाद ने बदल रही जलवायु से तितलियों पर पड़ रहे असर के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि तितली का दिमाग बहुत तेज होता है। तितलियां पर्यावरण का सूचक होती हैं। जलवायु में थोड़े से परिवर्तन के लिए तितलियां अत्यधिक संवेदनशील होती हैं और उसी के अनुसार अपने परिवेश में व्यवहार प्रकट करती हैं। कार्यक्रम में रेंजर पिथौरागढ़ पीएस देऊपा, विंग्स फाउंडेशन के सदस्य जगदीश भट्ट समेत विभागीय कर्मचारी मौजूद रहे। संवाद

दुनिया की सबसे तेज उड़ने वाली तितली है मोनार्च

पिथौरागढ़। तितली का जीवनकाल बहुत छोटा होता है। दुनिया की सबसे तेज उड़ने वाली तितली मोनार्च है। यह एक घंटे में 17 मील की दूरी तय कर लेती है। दुनिया की सबसे बड़ी तितली जायंट बर्डविंग है जो सोलमन आईलैंड्स पर पाई जाती है। इस मादा तितली के पंखों का फैलाव 12 इंच से ज्यादा होता है। संवाद

By devbhoomikelog.com

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